राज्य महिला आयोग के प्रतिनिधियों ने सोमवार को उत्तर 24 परगना के संदेशखाली का जायजा लिया। आयोग की अध्यक्ष लीना गंगोपाध्याय ने स्थानीय पीड़ित महिलाओं से बातचीत की। दो महिलाओं ने खुलेआम आयोग से शिकायत की है कि उन्हें रात 12 बजे मीटिंग के नाम पर बुलाया जाता था। नहीं जाने पर परिवार के अन्य सदस्यों की पिटाई की जाती थी। महिलाओं के पतियों के किसी अन्य जगह तबादला कर देने की धमकी दी जाती थी। आयोग ने अपनी रिपोर्ट सीएम ममता बनर्जी को सौंप दी। संदेशखाली इलाके में तख्तियां लेकर खड़ीं महिलाएं।
महिलाओं से अत्याचार की खबर मिलने पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस केरल से सीधे संदेशखाली गए। पीड़ित महिलाएं उनके पैरों पर गिर पड़ीं। उन्होंने राज्यपाल से अपनी पीड़ा और उत्पीड़न की शिकायत की। वे राज्यपाल के सामने हाथ जोड़े खड़ी नजर आईं। संदेशखाली की महिलाओं से बातचीत करते राज्यपाल सीवी आनंद बोस।
पुलिस ने भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी और पार्टी के कई अन्य विधायकों को संदेशखाली इलाके में जाने से सोमवार दोपहर को रोक दिया। पुलिस ने इलाके में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए नेताओं को रोका। रोके जाने पर विरोध जताते भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी।
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की ओर से सभी संवेदनशील स्थानों पर इंटरनेट पर लगे बैन को बढ़ा दिया गया है। संदेशखाली जाने के रास्ते पर तैनात पुलिसकर्मी।