दो मई को दीदी को यह मिलेगा प्रमाणपत्र: मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा, आरोप लगाया कि वह खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती हैं, केंद्रीय बलों और सेना तक को बदनाम किया और राजनीति के लिए झूठे आरोप लगाए। राज्य में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि दीदी की सरकार ने राज्य के हर युवा बेटे-बेटी की अकांक्षाओं का दमन किया है

<p>दो मई को दीदी को यह मिलेगा प्रमाणपत्र: मोदी</p>
आरोप लगाया कि दीदी ने भाईपो की आकांक्षाओं और करियर के लिए बंगाल के लाखों युवाओं को भविष्य दांव पर लगा दिया
आसनसोल/गंगारामपुर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा, आरोप लगाया कि वह खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती हैं, केंद्रीय बलों और सेना तक को बदनाम किया और राजनीति के लिए झूठे आरोप लगाए। राज्य में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि दीदी की सरकार ने राज्य के हर युवा बेटे-बेटी की अकांक्षाओं का दमन किया है, दीदी ने भाईपो की आकांक्षाओं और करियर के लिए बंगाल के लाखों युवाओं को भविष्य दांव पर लगा दिया। आज जब हम हर महीने करोड़ों रुपए की काली कमाई की बात सुनते हैं तो पता चलता है कि दीदी ने किस तरह अपना सारा ध्यान भाइपो के ही विकास पर लगाया। उन्होंने दावा किया दो मई को राज्य की जनता ममता को भूतपूर्व मुख्यमंत्री का प्रमाणपत्र देने वाली है। दीदी, इस प्रमाण को लेकर फिर घूमते रहना। केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण सहित अन्य मुद्दों पर बुलाई गई बैठकों में ममता बनर्जी की अनुपस्थिति को मुद्दा बनाते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि दीदी अपने अहंकार में इतनी बड़ी हो गई है कि हर कोई उन्हें अपने आगे छोटा दिखता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अनेक बार अनेक विषयों पर बात करने के लिए बैठकें बुलाई है लेकिन दीदी कोई न कोई कारण बताकर इन बैठकों में नहीं आती हैं। कोरोना वायरस को लेकर बुलाई गई पिछली दो बैठकों में बाकी मुख्यमंत्री आए, लेकिन दीदी नहीं आई। मोदी ने आसनसोल तथा गंगारामपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया।
उन्होंने कहा यही नहीं, नीति आयोग की संचालन परिषद और गंगा की सफाई के लिए बुलाई गई बैठकों में भी वह नहीं आईं।
एक दो बार ना आने तो समझ में आता है, लेकिन दीदी ने यही तरीका बना लिया है। दीदी बंगाल के लोगों के लिए कुछ देर का समय नहीं निकाल पाती हैं। यह उन्हें समय की बर्बादी लगता है।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्रीय दल जब जांच में सहयोग या फिर भ्रष्टाचार के मामलों के लिए राज्य में आते हैं तो उन्हें रोकने के लिए मुख्यमंत्री पूरा जोर लगा देती हैं जबकि अपने तोलाबाजों को कोरोना के दौरान भेजे गए राशन को लूटने की खुली छूट देती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दीदी, केंद्रीय वाहिनी ही नहीं, सेना तक को बदनाम करती हैं, उनकी आंखों पर अहंकार का पर्दा चढ़ा हुआ है।

शवों पर राजनीति करने की है पुरानी आदत
मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित राजनीतिक हत्या के मामलों का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी की राजनीति सिर्फ विरोध और गतिरोध तक सीमित नहीं है बल्कि प्रतिशोध की खतरनाक सीमा को भी पार कर गई है।
ममता बनर्जी और कूचबिहार के सीतलकूची से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के बीच एक बातचीत का कथित ऑडियो क्लीप का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने उनपर लाशों पर भी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दीदी, वोटबैंक के लिए कहां तक जाएंगी आप? सच्चाई ये है कि दीदी ने कूचबिहार में मारे गए लोगों की मृत्यु से भी अपना सियासी फायदा करने की सोची। शवों पर राजनीति करने की दीदी को बहुत पुरानी आदत है।

सवाल उठाता हूं तो दीदी देती हैं गाली
गंगारामपुर की रैली में पीएम ने कहा कि मुझे गाली दिये बिना दीदी का दिन पूरा नहीं होता है। दीदी को मां गंगा और श्रीराम, इन दोनों नामों से ही घृणा है. दीदी गंगा के किनारे बसे भारतीयों को गाली देती हैं, उनकी आस्था, भाषा, पहनावे का अपमान करती हैं। दीदी की सरकार ने राज्य के हर युवा बेटे-बेटी की अकांक्षाओं का दमन किया है. दीदी ने भाईपो की आकांक्षाओं और करियर के लिए बंगाल के लाखों युवाओं को भविष्य दांव पर लगा दिया। आज जब हम हर महीने करोड़ों रुपए की काली कमाई की बात सुनते हैं तो पता चलता है कि दीदी ने किस तरह अपना सारा ध्यान भाइपो के ही विकास पर लगाया। जब इस दुर्नीति के विरुद्ध मैं सवाल उठाता हूं तो दीदी मुझे गाली देती हैं। कहती हैं, मोदी से कान पकड़वाकर उठक-बैठक करवाएंगी।
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