कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही बंगाल में

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है। उत्तर 24 परगना जिले की खड़दह विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार काजल सिन्हा का रविवार सुबह अस्पताल में कोविड-19 के कारण निधन हो गया। काजल सिन्हा की मौत से पहले इस महीने जंगीपुर सीट से रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) उम्मीदवार प्रदीप कुमार नंदी और शमसेरगंज सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रेजा उल हक की इस संक्रामक रोग के कारण जान चली गई थी।

<p>कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही बंगाल में</p>
राज्य में संक्रामक रोग से तीसरे प्रत्याशी की मौत
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है। उत्तर 24 परगना जिले की खड़दह विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार काजल सिन्हा का रविवार सुबह अस्पताल में कोविड-19 के कारण निधन हो गया। काजल सिन्हा की मौत से पहले इस महीने जंगीपुर सीट से रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) उम्मीदवार प्रदीप कुमार नंदी और शमसेरगंज सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रेजा उल हक की इस संक्रामक रोग के कारण जान चली गई थी।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 59 वर्षीय सिन्हा के दो दिन पहले कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी जिसके बाद उन्हें बेलियाघाटा आईडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। खड़दह में गत 22 अप्रेल को मतदान हुआ था। इस बीच केंद्रीय मंत्री तथा टॉलीगंज से भाजपा प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो फिर कोरोना से संक्रमित हो गए हैं।

सिन्हा का निधन स्तब्ध करने वाला: ममता
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिन्हा के निधन पर दुख जताते हुए इसे स्तब्ध करने वाला बताया। उन्होंने ट्वीट किया कि बहुत दुखद, स्तब्ध। खड़दह से हमारी पार्टी के उम्मीदवार काजल सिन्हा का कोविड के कारण निधन हो गया। उन्होंने लोगों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया था। वह तृणमूल कांग्रेस के लंबे समय से प्रतिबद्ध सदस्य थे। हमें उनकी याद आएगी। उनके परिवार और उनके प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर परिजनों को दुख की घड़ी सहने की शक्ति प्रदान करें।

वोट नहीं डालूंगा, कमरे से करूंगा ड्यूटी: बाबुल
बाबुल सुप्रियो ने रविवार को ट्वीट किया कि मैं और मेरी पत्नी दोनों जांच में संक्रमित पाए गए हैं। मैं दूसरी बार संक्रमित हुआ हूं। बहुत दुखद है कि मैं आसनसोल में मतदान नहीं कर पाऊंगा। मेरा 26 अप्रेल के चुनाव में वहां सड़कों पर होना भी जरूरी था जहां हताश तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान में खलल डालने के लिए पहले ही अपने आतंक तंत्र को काम पर लगा दिया है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि टीएमसी आतंक तंत्र जिनसे मैं 2014 से सही ढंग से निपट रहा हूं, वे ज्यादा खुश न हों क्योंकि मैं अपने कमरे से अपनी ड्यूटी करूंगा और वहां नौ की नौ सीट जीतने के लिए हरसंभव तरीके से अपने प्रत्याशियों के साथ मानसिक रूप से मौजूद रहूंगा। आसनसोल से दो बार सांसद रहे सुप्रियो इस बार टॉलीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं जहां मतदान पहले ही हो चुका है।
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