किशनगढ़ में ना बरस रहे बादल और ना ही समय पर जलापूर्ति

शहरी क्षेत्र में उपजा पेयजल संकट
सप्ताहभर से नलों में नहीं टपका पानीपीटीएस क्वाटर्स में भी पानी की किल्लतनई पेयजल पेयजल लाइन से नलों में नहीं आया पानी

<p>किशनगढ़ में ना बरस रहे बादल और ना ही समय पर जलापूर्ति</p>
मदनगंज-किशनगढ़.
पूरा सावन मास सूखा बीत गया और अब भादो में भी बदरा बरस नहीं रहे है। हर किसी को अभी अच्छी बारिश का इंतजार है। वहीं जलदाय विभाग भी जलापूत्र्ति समय पर नहीं कर रहा है। ऐसे में शहरवासियों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है। शहरी क्षेत्र में पानी का संकट गरमराता नजर आ रहा है। भले ही जलदाय विभाग पुरानी पेयजल लाइन के स्थान पर नई पेयजल लाइन से नियमित और पर्याप्त जलापूत्र्ति करने के दावे कर रहा हो। लेकिन स्थिति इसके उलट है। ना तो कॉलोनी, बस्तियों और गली मोहल्लों में समय पर जलापूत्र्ति की जा रही है और ना ही सरकारी विभागों में पर्याप्त आपूत्र्ति की जा रही है। हर कोई इन दिनों पानी की समस्या से परेशान है।
पीटीएस के पुलिस क्वार्टस में बीते सप्ताहभर से पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। नई पेजयल लाइन से की गई जलापूर्ति से भी नलों में पानी नहीं आया। ऐसे में पुलिसकर्मियों के परिवार इन दिनों पानी की समस्या को लेकर खासी परेशान है। वहीं जलदाय विभाग के कारिंदों को पुलिस क्वार्टस में पानी की समस्या की सुध लेने की फुर्सत नहीं है।
पीटीएस के हैड कांस्टेबल और कांस्टेबल के करीब 46 परिवार पुलिस क्वार्टस में रह रहे है। इन क्वार्टस में जलदाय विभाग की बिसलपुर पेयजल लाइन से ही जलापूर्ति की जाती है। पुरानी पेयजल लाइन से जलापूर्ति बंद कर नई से शुरू कर दी गई। लेकिन नलों से एक बूंद पानी नहीं टपका। पुलिसकर्मियों का कहना है कि 31 जुलाई को अंतिम बार पानी की सप्लाई आई। इसके बाद से नलों में पानी नहीं आया। पुलिसकर्मियों ने बताया कि शुक्रवार को केवल नई लाइन की टेस्टिंग करने के दौरान पांच मिनट पानी आया और इसके बाद शनिवार को जलापूर्ति करने की बात कहते हुए बंद कर दिया गया। लेकिन इसके बाद भी नई पेयजल पाइप लाइन से जलापूर्ति के दौरान नलों से पानी नहीं आया। ऐसे में सभी परिवार के सदस्यों को परिसर के कुए से ही पानी भरना पड़ रहा है, लेकिन कुए का पानी खारा होने की वजह से यह पानी किसी काम काम नहीं है। सभी को मजबूरन इसी खारे पानी से घरेलू कामकाज के साथ ही खाना भी बनाना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि पीटीएस प्रबंधन या पुलिसकर्मियों ने जलदाय विभाग को इस समस्या से अवगत नहीं कराया। कई बार शिकायतें भी की गई। लेकिन इसके बावजूद पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है।
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