सच्चा प्यार: मौत भी नहीं कर पाया दोनों को एक दूसरे से अलग, पति-पत्नी की एक साथ निकली अर्थी

ओंकारलाल गुप्ता की पत्नी पुष्पावती गुप्ता कुछ दिनों से बीमार थी, जिन्हें शनिवार सुबह खरगोन में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उनको ऊन लाया गया। घर लाने के बाद अपनी पत्नी को देख ओंकारलाल गुप्ता को ह्रदयघात हो गया।

<p>True love: husband and wife cremated together</p>
खरगोन/ऊन. कहते है प्यार अगर सच्चा हो तो मौत में प्यार करने वालों को कभी अलग नहीं कर सकती है। हाल ही में ऐसा ही एक अनोखा किस्सा खरगोन जिले के ऊन इलाके में देखने को मिला है। यहां पर प्यार को नजारा देखने को मिला वो नजारा आमतौर पर फिल्मों या टीवी सीरियल में देखने को मिलता है। दरअसल यहां पर लोगों को पति-पत्नी का अमर प्रेम का एक ऐसा किस्सा देखने को मिला जिसे लोगों ने पहले सिर्फ फिल्मों में ही देखा था। इस इलाके के जिस घर में पति अपनी पत्नी को साथ लेकर आया था, आज उसी घर के आंगन से दोनों की अर्थी एक साथ उठी। पति पत्नी का ये प्यार देख वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गई थी। दरअसल ओंकारलाल गुप्ता की पत्नी पुष्पावती गुप्ता कुछ दिनों से बीमार थी, जिन्हें शनिवार सुबह खरगोन में डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उनको ऊन लाया गया। घर लाने के बाद अपनी पत्नी को देख ओंकारलाल गुप्ता को ह्रदयघात हो गया। जिनको भी डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। दोनों की अर्थियां भी साथ उठी और दाह संस्कार भी साथ हुआ। ग्राम के लोगो का कहना है कि ऐसी घटना गांव में पहली बार हुई और सभी ने पहली बार ऐसा देखा और कहा दोनों किस्मत वाले थे।
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