अफसरों ने ऐसा किया दावा कि जनता नहीं कर रही भरोसा

-दूसरी लहर में ऑक्सीजन की किल्लत, चार माह से प्लान बनाते रहे अफसर, प्लांट अब तक नहीं डला

<p>600 एलपीएम की क्षमता वाला होगा प्लांट</p>
खरगोन.
प्रशासन के दावों पर अब जनता भरोसा नहीं कर रही। क्योंकि दावे खोखले ही साबित हो रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने जो बर्बादी मचाई उसकी कराह अब भी सुनाई दे रही है। कई मरीजों ने ऑक्सीजन की किल्लत से दम तोड़ा। प्रशाससन का दावा था कि जिला मुख्यालय पर ही ऑक्सीजन प्लांट डल जाएगा। इसके लिए मसौदे तैयार हुए, बैठकें हुई। खूब आश्वासन भी दिए, लेकिन दूसरी लहर ठंडी पडऩे के बाद भी प्लांट अब तक नहीं बना है। अब तीसरी लहर की तैयारियों पर काम चल रहा है और प्रशासन ने फिर से दावा किया है कि प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। लेकिन इस बार जनता दावों पर ध्यान ही नहीं दे रही।
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के लिए अप्रैल में जिस एजेंसी को काम सौंपा वह काम छोड़कर चली गई। इसके बाद शासन ने भी इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया। अब केंद्र सरकार की मदद से प्रेमजी फाउंडेशन इस काम को गति देगा। हालांकि इस बार भी तारीख पर तारीख बताई जा रही है। अब स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अगले सप्ताह तक यहां मशीनें इंस्टॉल हो जाएंगी। लेकिन जिस गति से काम चल रहा है उसे नहीं लग रहा कि प्लांट बनेगा। यदि जरूरत पड़ी तो मरीजों के लिए बाहर से ही ऑक्सीजन लाने की जद्दोजहद करना होगी।
कोलकाता की एजेंसी करेगी काम
एनएचएमकी इंजीनियर सुरूचि परते ने बताया प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से हाल ही में मैसेज मिला है। कोलकाता की एजेंसी ने यहां मशीन लगाने की बात कही है। सोमवार के बाद कभी भी मशीन आ सकती है। मैसेज में यह भी बताया है कि बारिश की वजह से ट्रांसपोर्ट में दिक्कतें हो रही है। इसी कारण देरी भी हुई है। उल्लेखनीय है कि प्लांट के नाम पर अभी जिला अस्पताल परिसर में शेड बना है। इसे भी निकाल दिया है। मशीन इंस्टॉल होने के बाद इसे फिर से लगा दिया जाएगा।
बना तो 600 एलपीएम की क्षमता वाला होगा प्लांट
अब केंद्र सरकार की मदद से 600 एलपीएम क्षमता का प्लांट बनाने का दावा किया जा रहा है। धरातल पर इस दिशा में अभी कोई ठोस काम नहीं हो पाए हैं।

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