नहीं लगे साप्ताहिक हाट
होली त्योहार के बावजूद रविवार को लॉक डाउन के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में साप्ताहिक हाट भी नहीं लगे। इसलिए ग्रामीणों सहित छोटे व्यापारियों में मासूसी रही। सोमवार को धुलेंडी के चलते गमी परिवारों में रंग डालने के लिए जिन लोगों को रविवार को जाना था, वे भी बसें नहीं चलने से परेशान हुए।
शराब दुकानें के चालू होने पर नाराजगी
लॉक डाउन के चलते जहां चाय-नाश्ते की होटल व दुकानें, भोजनालय और रेस्तारेंट बंद थे तो वहीं शराब दुकानें चालू रही। डायवर्सन रोड, बस स्टैंड और खंडवा रोड स्थित भगतसिंह चौराहे पर देसी और अंग्रेजी शराब दुकानें खुली रही। प्रशासनिक भेदभाव को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर शराब दुकानों के फोटो शेयर कर लिखा- कोरोना के कारण जहां छोटी-बड़ी दुकानें बंद रखी गई, तो फिर शराब दुकानें क्यों नहीं। क्या शराब बेचने अथवा पीने से कोरोना नहीं फैलेगा।
होली त्योहार के बावजूद रविवार को लॉक डाउन के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में साप्ताहिक हाट भी नहीं लगे। इसलिए ग्रामीणों सहित छोटे व्यापारियों में मासूसी रही। सोमवार को धुलेंडी के चलते गमी परिवारों में रंग डालने के लिए जिन लोगों को रविवार को जाना था, वे भी बसें नहीं चलने से परेशान हुए।
शराब दुकानें के चालू होने पर नाराजगी
लॉक डाउन के चलते जहां चाय-नाश्ते की होटल व दुकानें, भोजनालय और रेस्तारेंट बंद थे तो वहीं शराब दुकानें चालू रही। डायवर्सन रोड, बस स्टैंड और खंडवा रोड स्थित भगतसिंह चौराहे पर देसी और अंग्रेजी शराब दुकानें खुली रही। प्रशासनिक भेदभाव को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर शराब दुकानों के फोटो शेयर कर लिखा- कोरोना के कारण जहां छोटी-बड़ी दुकानें बंद रखी गई, तो फिर शराब दुकानें क्यों नहीं। क्या शराब बेचने अथवा पीने से कोरोना नहीं फैलेगा।