श्रमिकों का कहना है सेंचुरी मैनेजमेंट ने वीआरएस को लेकर जो मानमानी किया और उसके मनमानी पर सरकार और प्रशासन द्वारा श्रमिकों को कोई सहयोग नहीं मिला। इस बात को लेकर मेधा पाटकर दो महिला और 5 पुरुषों के साथ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठी हुई है। अनशन का शुक्रवार पांचवा दिन रहा। पाटकर का स्वास्थ्य दिन पर दिन बिगड़ता जा रहा है।
हाईकोर्ट में हुई सुनवाई स्वेच्छिक सेवानिवृत्त के मुद्दे पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिस पर फैसला सोमवार आएगा। इसके बावजूद भी 2 दिन से लगातार यहां अनाउंस के द्वारा मजदूरों को आंदोलन स्थल से हटने की चेतावनी दी जा रही है। एसडीएम द्वारा माइक लगाकर बोला जा रहा है कि जो श्रमिक दूसरे जिले से हैं, वह अपने-अपने जिलों को चले जाएं। एसडीएम द्वारा बताया जा रहा था कि यह मामला मंजीत कॉटन के पक्ष में है। हम इनको कब्जा दिलाने आए हैं। औद्योगिक न्यायाधिकरण के फैसले में सेंचुरी श्रमिकों के आंदोलन को वैध बताया गया है।
पुलिस बल लगाया…
मजदूरों से कहा गया है धारा 144 के परिपालन में धरना स्थल जगह खाली करें। अभी पुलिस बल लगाया गया है।
पुलिस बल लगाया…
मजदूरों से कहा गया है धारा 144 के परिपालन में धरना स्थल जगह खाली करें। अभी पुलिस बल लगाया गया है।
संघप्रिय, एसडीएम कसरावद जबनर हटाने का प्रयास
हमारे शांतिपूर्ण सत्याग्रह को न्यायालय ने वैध करार दिया था और हम शांति के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं। प्रशासन जबरन हटाने की बात कर रहा।
हमारे शांतिपूर्ण सत्याग्रह को न्यायालय ने वैध करार दिया था और हम शांति के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं। प्रशासन जबरन हटाने की बात कर रहा।
राजकुमार दुबे, जनता श्रमिक संगठन पदाधिकारी
आमरण अनशन
आमरण अनशन