Patrika breaking-आमरण अनशन के दौरान बिगड़ी मेधा पाटकर की तबीयत, हटाने पहुंचे अफसर

सेंचुरी मिल के बाहर बढ़ी गहमागहमी, पुलिस बल तैनात, धारा 144 का हवाला देकर श्रमिकों को हटाने की तैयारी

<p>श्रमिकों को हटाने पहुंचे अफसरों से रोकते महिला मजदूर। </p>
खरगोन/कसरावद.
सेंचुरी मिल के मजदूरों के अधिकारों को लेकर नबआं नेत्री मेधा पाटकर व श्रमिकों का अमारण अनशन जारी है। शुक्रवार को पांचवां दिन था। उधर,वीआरएस से जुड़े भुगतान कर मिल प्रबंधन ने मंजीत गु्रप अवगत कराया। शुक्रवार को ही मंजीत गु्रफ एवं स्टॉफ द्वारा मिल का अवलोकन किया गया । इस दौरान सेंचुरी मिल के दोनों ओर बेरिकेट्स लगाकर आंदोलनकारियों को धारा 144 का हवाला देकर सत्याग्रह स्थान से हटने के लिए जोर डाला जा रहा है। एसडीएम संघप्रिय सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। जहां दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई। धरना स्थल के आसपास पुलिस बल भी तैनात किया गया है। आंदोलनकारी परिसर छोडऩे राजी नहीं है। गुरुवार को रात के समय सेंचुरी मिल में पहुंचे मंजीत गु्रप के वापस लौटने के दौरान आंदोलनकारियों ने कार रुकवाई औऱ मेधा पाटकर से भी मुलाकात करने की बात रखी । पाटकर ने बिरला गु्रप की मनमानी के चलते मजदूरों के नुकसान किए जाने की बात कहते हुए मजदूरों को अब वापस नए प्रबंधन में काम पर रखे जाने के संबंध में मंजीत गु्रप की राय जाननी चाही, लेकिन सदस्यों ने इस संबंध में ग्रुप जिम्मेदार पदाधिकारी से बात करने का पक्ष रखा ।

श्रमिक बोले- वीआरएस को लेकर मनामनी
श्रमिकों का कहना है सेंचुरी मैनेजमेंट ने वीआरएस को लेकर जो मानमानी किया और उसके मनमानी पर सरकार और प्रशासन द्वारा श्रमिकों को कोई सहयोग नहीं मिला। इस बात को लेकर मेधा पाटकर दो महिला और 5 पुरुषों के साथ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठी हुई है। अनशन का शुक्रवार पांचवा दिन रहा। पाटकर का स्वास्थ्य दिन पर दिन बिगड़ता जा रहा है।
हाईकोर्ट में हुई सुनवाई

स्वेच्छिक सेवानिवृत्त के मुद्दे पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिस पर फैसला सोमवार आएगा। इसके बावजूद भी 2 दिन से लगातार यहां अनाउंस के द्वारा मजदूरों को आंदोलन स्थल से हटने की चेतावनी दी जा रही है। एसडीएम द्वारा माइक लगाकर बोला जा रहा है कि जो श्रमिक दूसरे जिले से हैं, वह अपने-अपने जिलों को चले जाएं। एसडीएम द्वारा बताया जा रहा था कि यह मामला मंजीत कॉटन के पक्ष में है। हम इनको कब्जा दिलाने आए हैं। औद्योगिक न्यायाधिकरण के फैसले में सेंचुरी श्रमिकों के आंदोलन को वैध बताया गया है।

पुलिस बल लगाया…
मजदूरों से कहा गया है धारा 144 के परिपालन में धरना स्थल जगह खाली करें। अभी पुलिस बल लगाया गया है।
संघप्रिय, एसडीएम कसरावद

जबनर हटाने का प्रयास
हमारे शांतिपूर्ण सत्याग्रह को न्यायालय ने वैध करार दिया था और हम शांति के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं। प्रशासन जबरन हटाने की बात कर रहा।
राजकुमार दुबे, जनता श्रमिक संगठन पदाधिकारी

आमरण अनशन
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.