भाजपा शासन में 23 हजार किसानों ने की आत्महत्या
सचिन यादव ने आरोप लगाया कि ंभाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण भाजपा के 15 वर्षीय शासनकाल में 23 हजार किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा। उसके बावजूद सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। उल्टे किसान विरोधी काले कानूनों ने उसे और हताष कर दिया है। सरकार किसानों को सम्मान देने के बजाय उनका उपहास उड़ा रही है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में 6 हजार देने की बात कही गई थी। पांच व्यक्ति का परिवार है तो मात्र उनके हिस्से में चंन्द कुछ ही रुपए आते हैए और सरकार वाहवाही लूटने की यह योजना उनका मजा उड़ाने के लिए चलाती जा रही है।
सचिन यादव ने आरोप लगाया कि ंभाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण भाजपा के 15 वर्षीय शासनकाल में 23 हजार किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा। उसके बावजूद सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। उल्टे किसान विरोधी काले कानूनों ने उसे और हताष कर दिया है। सरकार किसानों को सम्मान देने के बजाय उनका उपहास उड़ा रही है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में 6 हजार देने की बात कही गई थी। पांच व्यक्ति का परिवार है तो मात्र उनके हिस्से में चंन्द कुछ ही रुपए आते हैए और सरकार वाहवाही लूटने की यह योजना उनका मजा उड़ाने के लिए चलाती जा रही है।
बजट में अनदेखी
यादव ने कहा कि किसानों के नाम पर हमारे इस विभाग का नाम किसान कल्याण और कृषि विकास है। बजट को देखकर ऐसा लगा कि किसानों के कल्याण के लिए कोई रूपरेखा तैयार नहीं की गयी। उनके दु:खों को हरने के लिए कोई कार्यक्रम या योजना नहीं बनाई गई है। न ही कृषि विकास के लिए कोई कार्यक्रम है। सारी योजनाएं कांग्रेस शासनकाल में बनाई और चलाई गई थी।
यादव ने कहा कि किसानों के नाम पर हमारे इस विभाग का नाम किसान कल्याण और कृषि विकास है। बजट को देखकर ऐसा लगा कि किसानों के कल्याण के लिए कोई रूपरेखा तैयार नहीं की गयी। उनके दु:खों को हरने के लिए कोई कार्यक्रम या योजना नहीं बनाई गई है। न ही कृषि विकास के लिए कोई कार्यक्रम है। सारी योजनाएं कांग्रेस शासनकाल में बनाई और चलाई गई थी।