पहली बार शुरू हुई मंडी, वहां भी यहीं भाव
निमाड़ की मिर्ची को स्थापित करने के लिए मंडी प्रबंधन ने इस बार हरी मिर्ची की मंडी भी लगाई है। बलवाड़ी में इसकी शुरुआज की है। लेकिन यहां भी दाम इसी रेंज में मिल रहे हैं। किसानों ने कहा- वहां उपज ले जाना तो और भी भारी पड़ेगा। जब २० रुपए किलो तक दाम खेत में ही मिल रहे हैं तो फिर किराए का वाहन लेकर मंडी तक जाना घाटे का सौंदा होगा।
निमाड़ की मिर्ची को स्थापित करने के लिए मंडी प्रबंधन ने इस बार हरी मिर्ची की मंडी भी लगाई है। बलवाड़ी में इसकी शुरुआज की है। लेकिन यहां भी दाम इसी रेंज में मिल रहे हैं। किसानों ने कहा- वहां उपज ले जाना तो और भी भारी पड़ेगा। जब २० रुपए किलो तक दाम खेत में ही मिल रहे हैं तो फिर किराए का वाहन लेकर मंडी तक जाना घाटे का सौंदा होगा।
मजबूूरी : पौधे पर अच्छी बहार, तुड़ाई जरूरी
किसानों ने बताया पौधे पर मिर्ची अच्छी लग रही है। यदि हरी मिर्ची का भार नहीं उतारा तो दोबारा लगने में देरी होगी। इस कारण किसान भाव को न देखते हुए इसे तुड़वा रहा है। हरी मिर्ची कम से कम दो से तीन बार निकलेगी। इसके बाद किसान लाल मिर्ची का इंतजार करेंगे।
किसानों ने बताया पौधे पर मिर्ची अच्छी लग रही है। यदि हरी मिर्ची का भार नहीं उतारा तो दोबारा लगने में देरी होगी। इस कारण किसान भाव को न देखते हुए इसे तुड़वा रहा है। हरी मिर्ची कम से कम दो से तीन बार निकलेगी। इसके बाद किसान लाल मिर्ची का इंतजार करेंगे।