कौशांबी. पिपरी थाना इलाके में एक किन्नर को कुछ शराबी युवक युवक नाच गाने के नाम ले गए और उसके साथ अमानवीयता की हद पार कर दी। कमरे में बंद कर उसके साथ गलत और अमानवीय काम करने का भी प्रयास किया गया। उसकी इतनी पिटाई की गई कि किन्नर बेहोश हो गया, जिसके बाद शराबी युवक वहां से फरार हो गए। सुबह गांव के लोगों ने बेहोश किन्नर को देखा तो उसे 108 एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भिजवाया। जिला अस्पताल में घायल किन्नर को इलाज के लिये ले जाया गया। उसकी शिकायत पर पुलिस ने चार नामजद व आधा दर्जन अज्ञात युवकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कार्यवाही शुरू कर दिया है।
कौशांबी थाना के बिदाव गांव निवासी राजू चौधरी किन्नर है। वह आसपास के इलाकों के अलावा प्रयागराज के विभिन्न स्थानों पर नाच गाकर अपना भरण-पोषण करता है। रविवार की शाम किन्नर राजू प्रयागराज से अपने घर वापस लौट रहा था। शाम हो जाने के चलते वह चायल कस्बे में टैक्सी से उतर गया। जहां उसे चलौली गांव के अमित सिंह, यशवीर सिंह, शुव सिंह व गुंडा पासी समेत तकरीबन 10 लोग मिले। उन सभी लोगों ने उससे अपने गांव में रात रुकने और नाच गाने का प्रोग्राम करने के लिए कहा। बदले में उसे रुपए देने की बात कही गई। जिस पर किन्नर राजू तैयार हो गया।
किन्नर राजू की माने तो गांव में ले जाकर उन युवकों ने उससे नाच गाने की फरमाइश किया और खुद शराब पीने लगे। नशे में धुत युवकों ने थोड़ी देर बाद उसके साथ अमानवीय व्यवहार करना शुरू कर दिया। सभी युवक उसके साथ गलत काम करने की कोशिश करने लगे। उसने विरोध किया तो उसे कमरे में बंद कर जमकर मारा पीटा गया। मारपीट के दौरान वह बेहोश हो गया। जिसके बाद सभी युवक मौके से फरार हो गए।
सुबह अर्ध बेहोशी की हालत में स्थानीय ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस के जरिए उसे जिला अस्पताल भेजा। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने पुलिस को मामले की सूचना दिया। किन्नर राजू के साथ मारपीट की सूचना पर उसके साथी किन्नर जिला अस्पताल उसे देखने पहुंचे। अपने साथियों को सामने किन्नर राजू मदद की गुहार लगा फूट-फूट कर रोया।
उपचार के दौरान किन्नर राजू चौधरी ने पुलिस को शिकायती पत्र दिया। जिसके बाद आरोपी युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर के मुताबिक उन्हें तहरीर मिली थी। जिसे उन्होंने संबंधित थाने भेजा, जहां पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले में आरोपी युवकों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
By Shivnandan Sahu