राजस्थान पत्रिका स्थापना दिवस: लोगों की जिंदगी बचाने शक्तियों ने दिखाया साहस, 48 ने किया रक्तदान

जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन

<p>राजस्थान पत्रिका स्थापना दिवस: लोगों की जिंदगी बचाने शक्तियों ने दिखाया साहस, 48 ने किया रक्तदान</p>

कटनी. राजस्थान पत्रिका के स्थापना दिवस (पत्रिका ग्लोबल फेस्ट) के तहत शहरवासी विविध आयोजन कर रहे हैं। इस पुनीत अवसर पर नारी शक्ति के अदम्य साहस, सम्मान, सुरक्षा, सहभागिता और सशक्तिकरण के लिए समर्पित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समाजसेविका एवं कटनी ब्लड डोनर एंड वेलफेयर सोसाईटी महिला विंग की अध्यक्ष श्रेहा खंडेलवाल के नेतृत्व में जिला अस्पताल ब्लड बैंक में अनूठी पहल की गई। महिलाओं को रक्त दान के प्रति जागरुक करते हुए विशाल रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया। कोविड काल में जब पुरुषों ने रक्तदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी तो हम महिला शक्ति क्यों पीछे रहें। इस जज्बे के साथ पत्रिका स्थापना दिवस पर रखा गया, जिसका मुख्य उद्देश्य ब्लड बैंक स्टॉक में रक्त की कमी को पूरा करना एवं महिलाओं की भागीदारी से देश को शसक्त करना है व लोगों की जान बचाना है।

शिविर में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया
रक्तदान शिविर में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। 48 यूनिट रक्त दान किया। कार्यक्रम के सहयोगी कटनी ब्लड डोनर सोसाइटी एवं इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी रहीं। इसमें मुख्य रूप से पायल सचदेवा, श्वेता कटारे, अनुजा दुबे, नूपुर बजाज, नम्रता खण्डेलवाल, माही तिवारी, मंजरी नगरिया, स्वाति तिवारी, सान्वी बनवानी, दीपा मोहनानी, मोनिका जैसवाल, नंदिनी हुंजन, सिमा दुबे, आकांक्षा जैन, मनोकामना गौतम, शिल्पी कुशवाहा, किंजल जैन, सुमन रजक, सिमा विश्वकर्मा, पूजा खरे, इशानी दुबे, कंचन गुप्ता, रोशनी रजक, साक्षी राठौर, प्रमिला सिंह, गौरी नामदेव, अन्नपूर्णा सोनी, सुनीता सोनी, रोशनी सोनी, गीता सोनी, कल्पना द्विवेदी, मन्नत झामनानी, आयुषी नाकरा, महिमा नाकारा, हंसा खण्डेलवाल, भावना तीर्थानी, शशि शर्मा, कृति खरे, दीपांजलि यादव आदि रहीं। सबसे ज्यादा उम्र की रक्तदाता हंसा खण्डेलवाल एवं शशि शर्मा रहीं।

महादान से सुखद अनुभूति ही नहीं बचती हैं कई जिंदगियां
आयोजित कार्यक्रम को लेकर सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा ने कहा कि पत्रिका की अवाज समाज में बड़ी रंग लाती है। शहर विकास के हर मोर्चे पर पत्रिका अपनी सशक्त जिम्मेदारी निभाता है। सामाजिक सरोकार में सक्रियता के शहर में सार्थक परिणाम सामने आए हैं। डॉ. सुनीता वर्मा ने कहा कि पत्रिका की अवाज पर नारियों ने जिस उत्साह से रक्तदान किया है व काबिले तारीफ है, लोगों को हर तीन माह में रक्तदान करना चाहिए। रौनक खंडेलवाल ने कहा कि रक्तदान महादान है, इससे सुखद अनुभूति तो होती ही है, साथ ही कई लोगों की जिंदगियां बचती हैं और परिवार बिखरने से बच जाते हैं। दिव्यांशू मिश्रा ने कहा कि निश्चित तौर पर पत्रिका की पहल

इन्होंने रखी अपनी बात
पत्रिका के स्थापना दिवस पर व महिला दिवस पर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। बड़ी संख्या में नारी शक्तियों ने रक्तदान किया, यह प्रकल्प निरंतर जारी रहेगा।
श्रेहा खंडेलवाल, समाजसेवी।

रक्तदान कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं, यह महादान है, हर स्वस्थ व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए। पत्रिका की पहल रंग लाएगी।
माही तिवारी, समाजसेवी।

पत्रिका की अवाज समाजहित में होती है। रक्तदान से लोगों को नई जिंदगी मिलती है। इस महादान में सबको सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
नीलम साहू, रक्तदान।

महिलाएं भी हर क्षेत्र में सशक्त भूमिका निभा रहीं हैं। पत्रिका की अवाज पर रक्तदान से समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा।
संजना पांडेय, समाजसेवी।

श्रेहा खंडेलवाल के नेतृत्व में ग्रुप द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित किया गया, सेवा के ऐसे ्रप्रकल्प निरंतर जारी रहेंगे।
संतोषी बडग़ैंया, समाजसेवी।

मेरे द्वारा छह बार से ज्यादा रक्तदान किया गया है, बेहद सुखद अनुभूति होती है। पत्रिका सामाजिक सरोकार के साथ निष्पक्ष पत्रकारिता में अलग पहचान बना चुका है।
योगिता त्रिसोलिया

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