जानकारी के मुताबिक ग्राम सुड्डी कुंडम परियोजना आरक्षित वन परिक्षेत्र के बिल्कुल समीप स्थित कृषि भूमि में करंट लगाकर जंगली पशुओं का शिकार करने के आरोपी को वन विभाग (कुंडम प्रोजेक्ट) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। कुंडम प्रोजेक्ट वन विभाग की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि ऐसे जघन्य अपराध में संलिप्त अन्य आरोपियों के बारे में पता लाग सके। उनकी भी गिरफ्तारी की जा सके। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वे जीआई तार का जाल बिछाता था और उसमें करंट प्रवाहित करके वन्य प्राणियों का शिकार कर मांस खाने व व्यापार के लिए करता था।
बताया जा रहा है कि वन विभाग (कुंडम प्रोजेक्ट) को 2 मार्च की सुबह मुखबिर से खबर मिली कि ग्राम सुड्डी में आरक्षित वन परिक्षेत्र से सटी कृषि भूमि में कुछ लोगों ने चीतल का शिकार किया है। यह सूचना मिलते ही कुंडम वन परीक्षेत्र के रेंजर त्रिवेणी बड़कड़े के मागदर्शन पर कुंडम प्रोजेक्ट के सहायक परियोजना परिक्षेत्र अधिकारी तिमरेश इवने ने वनकर्मियों को घटना स्थल का मौका मुआयना कर सूचना की सत्यतता जानने को भेजा। इस टीम ने पूरी सतर्कता से पड़ताल करते हुए मिथिलेश सिह गोंड (25 वर्ष) निवासी सुड्डी को गिरप्तार कर लिया।
आरोपी के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। कार्रवाई के बाद शिकारी युवक को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
बताया जाता है कि कार्रवाई के बाद से अन्य शिकारी लापता हैं। डिप्टी रेंजर तिमरेश इब्ने ने बताया कि वन जीवों का शिकार करने वाले शिकारियों को पकड़ने के लिए वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। वन्य प्राणियों का शिकार करने वालों को बख्शा नही जाएगा।
इस कार्रवाई में आलोक वनरक्षक कुमार लोधी और राहुल सेन आदि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।