भीड़ पर नियंत्रण पाने लेनी पड़ी पुलिस की मदद
पिपरिया सहलावन ग्राम में 6 दिन के बाद वैक्सीनेशन के लिए कर्मचारी पहुंचे तो ग्रामीणों की भीड़ ऐसी जुटी कि नियंत्रित करने के लिए पुलिस की मदद लेनी पड़ी। यहां बड़ी संख्या में लोग वैक्सिनेशन कक्ष में घुस गये, हालात बेकाबू देख मौके पर मौजूद डाक्टरों की टीम ने पुलिस को सूचना देकर एक घंटे वैक्सिनेशन का काम बंद रखा। शाम चार बजे तक यहां 213 लोगों का टीकाकरण हुआ।
झमाझम बारिश के बीच भी कम नहीं हुआ उत्साह
उमरियापान और आसपास क्षेत्र में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह ऐसा रहा कि झमाझम बारिश के बाद भी कम नहीं हुआ। ढीमरखेड़ा तहसील के 14 वैक्सीनेशन केंद्रों में 3 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ। तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे, नायब तहसीलदार सुनीता मिश्रा, थाना प्रभारी गणेश प्रसाद विश्वकर्मा, ढीमरखेड़ा थाना प्रभारी अर्चना सिंह व अन्य अधिकारी व्यवस्था में डटे रहे।
तीन सौ डोज का लक्ष्य और टीका लगवाने पहुंचे तीन हजार
बाकल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरूवार को टीकाकरण के लिए 3 सौ डोज का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। यहां गांव सहित आसपास गांव के तीन हजार से ज्यादा लोग टीका लगवाने पहुंच गए। वैक्सीनेशन केंद्र में पहले टीका लगवाने के नाम पर विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई। शांति बनाए रखने स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस बुलवाई, तब जाकर टीकाकरण हो सका।
टीके की दवा कम पड़ी तो मायूस लौटे लोग
स्लीमनाबाद और आसपास टीकाकरण के दौरान कई केंद्रों में टीके की दवा कम पड़ गई तो केंद्रों से बड़ी संख्या में लोग बिना टीका लगवाए ही मायूस वापस लौट गए। बहोरीबंद विकासखंड के 10 केंद्रों में 3 हजार 2 सौ से अधिक लोगों का टीकाकरण हुआ। स्लीमनाबाद व तेवरी में एक साथ दोनों डोज का टीकाकरण होने के बाद भी कई ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।