जनता को पेयजल मयस्सर नहीं, नगर निगम केवल टैक्स वसूलने में मस्त

– अपेक्षित वर्षा न होने से नदी का जलस्तर नीचे-जनात-जनार्दन परेशान

<p>पेयजल संकट से जूझ रहा शहर</p>
कटनी. लोगों को पेयजल नसीब नहीं हो रहा है और नगर निगम है कि जनता की समस्या सुलझाने की बजाय केवल टैक्स वसूलने में जुटा है, वो भी चक्रवृद्धि ब्याज के साथ। ऐसे में नागरिकों की हालत और भी बदतर हो चली है।
बताया जा रहा है कि इस बार बारिश हुई तो जरूर लेकिन इतनी भी नहीं हो सकी कि कटनी नदी का जलस्तर अपेक्षानुसार ऊपर तक आ सके। अब शहरवासियों को पेयजल कटनी नदी से ही मुहैया कराया जाता है। ऐसे में नदी में पर्याप्त जल न होने से पेयजल का संकट पैदा हो गया है। जो बचाखुचा था वो तकनीकी खामी की भेंट चढ गया। लिहाजा अब तकरीबन 21 हजार लोग पेयजल के संकट से जूझने को विवश हैं।
इस संबंध में कांग्रेस के निवर्तमान पार्षद राजेश जाटव का कहना है कि कावसजी वार्ड, फारेस्टर वार्ड, राम निवास सिंह वार्ड सहित सात से आठ वार्डों में पेयजल का भीषण संकट है। कई वार्डों की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। इसके चलते भी लोगों को पेयजल का संकट झेलना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि जनता पेयजल के लिए त्राहि-त्राहि कर रही है वहीं नगरनिगम आमजन से चक्रवद्धि ब्याज के साथ जलकर की वसूली में जुटा है।
जलप्रदाय विभाग के इंजीनियर मृदुल श्रीवास्तव का कहना है कि जहां भी पेयजल की समस्या होती है। उसे दूर करने का प्रयास किया जाता है।
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