धनवान से दोस्ती, घर तक आना जाना और फिर लूट के इरादे से निर्मम हत्या, खुद झुलसा आरोपी

प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर पत्नी को मारने लूट के इरादे से 3 लोगों ने रचा था षडयंत्र, पुलिस ने तीनों आरोपियों को किया गिरफ्तार, मृतक की पत्नी को शक होने पर खुलासा

<p>धनवान से दोस्ती, घर तक आना जाना और फिर लूट के इरादे से निर्मम हत्या, खुद झुलसा आरोपी</p>

कटनी. 30 जुलाई की दोपहर विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम चपना दड़ौरी के भटिया में एनकेजे थाना क्षेत्र के तिलक कॉलेज शनि मंदिर के पास रहने वाले पॉपर्टी डीलर धीरेंद्र पांडे उर्फ बुच्चा (57) का रक्तरंजित लाश मिली थी। इस अंधी हत्या के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने सोमवार को कंट्रोल रूम में हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी प्रेमनगर निवासी अरबाज जो मृतक धीरेन्द्र पांडे का पूर्व परिचित था। लालच में आकर अपने 2 अन्य साथी एनकेजे थाने के पीछे रहने वाले विनय छबार एवं बरगवां निवासी दानिश अली के साथ हत्या के बाद लूट व फिर उसके घर पर लूट की योजना बनाई।
योजना के तहत मृतक धीरेन्द्र पांडेय से घर मिला। उसके बाद 29 जुलाई की शाम भी जब धीरेन्द्र घर पर था तब भी मिलने के लिए अरबाज का फोन आया था। यह बात मृतक की पत्नी ने भी बताया। हत्या में अरबाज पर शंका जाहिर की। उसी आधार पर पुलिस ने मृतक व अरबाज के फोन काल ट्रेस किए। इसके अलावा अन्य साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी अरबाज और उसके 2 अन्य साथी विनय और दानिश अली तक पहुंची। अरोपी एनकेजे क्षेत्र में ही छुपे थे, जिन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक हत्यारों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है और मुख्य आरोपी अरबाज ने पुलिस को बताया कि 29 जुलाई को ही उन्होंने धीरेन्द्र की हत्या कर दी थी। अरबाज ने पूछताछ में बताया कि योजना के तहत जैसे ही धीरेन्द्र पांडे उनके बुलावे में कार से आया तीनों आरोपी उसकी कार में बैठकर उसे छपरवाह की तरफ सूनसान जगह ले गए। जहां धारदार हथियार से कई वार कर उसकी हत्या कर दी। उसी की कार से लाश विजयराघवगढ़ क्षेत्र के ग्राम चपना के पास सड़क किनारे झडिय़ों में फेंक दी। साक्ष्य मिटाने धीरेन्द्र पांडे की कार को अमकुही के पास लेजाकर उसमें पेट्रोल डालकर आग लगा दी।

…जला एक आरोपी तभी
तभी आरोपी दानिश अली का चेहरा आग में झुलस गया और धीरेन्द्र पांडे के घर जाकर लूट की योजना विफल हो गई। घर से निकलने के कुछ समय बाद ही धीरेन्द्र पांडेय का फोन बंद आने के बाद 30 जुलाई को थाना एनकेजे में धीरेन्द्र के गुमने की शिकायत दर्ज कराई गई। अंधे हत्याकांड के खुलासे में पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा का के मार्गदर्शन में एसडीओपी विजयराघवगढ़ शिखा सोनी, थाना प्रभारी विजयराघवगढ़ सुधाकर बारस्कर, उप निरीक्षक विनोद कांत सिंह, सहायक उप निरीक्षक शशिभूषण, थाना एनकेजे प्रभारी नीरज दुबे आदि की भूमिका रही।

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