बता दें कि छठवीं से आठवीं तक के स्कूल पहले ही खुल चुके हैं। अब प्राथमिक स्कूल भी खोल दिए गए। इसके साथ ही 18 महीने से घरों में कैद, मोबाइल और अन्य साधनों से ऑनलाइन पढाई करने वाले बच्चों को फिर से स्कूल जाने और शिक्षक-शिक्षिकाओं से रू-ब-रू हो कर पठन-पाठन करने का मौका मिलेगा। हालांकि शासन की गाइडलाइन के तहत अभी 50 फीसद क्षमता के साथ ही स्कूल खुलेंगे। बच्चों को रोटेशन के तहत स्कूल जाना होगा। यही नहीं स्कूल जाने के लिए अभिभावकों की लिखित अनुमति लानी होगी। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का अक्षरशः पालन करना होगा। स्कूल प्रशासन को भी कोरोना से बचाव के सख्त नियम का पालन करना होगा। एक बेंच पर सिर्फ दो बच्चे ही बैठ सकेंगे। स्कूल प्रशासन को नियमित तौर पर स्कूल परिसर व कक्षाओं, कॉमन रूम, शौचालय आदि का सेनेटाइजेशन भी कराना होगा। बता दें कि जिले में 1295 सरकारी प्राथमिक स्कूलों में 74 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं।