जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा बताते हैं कि अस्पताल में 150 बिस्तर का अस्पताल तैयार हो रहा है। इसमें 6 बेड की आइसीयू यूनिट गर्भवती माताओं के लिए होगी। राज्य सरकार से अनुमति मिल गई है। जल्द ही आइसीयू यूनिट लगाने का काम प्रारंभ होगा।
96 प्रतिशत संस्थागत प्रसव में कारगर साबित होगा आइसीयू-
जिलेभर में कुल प्रसव और उसमें सरकारी संस्थाओं में आने वाली प्रसुताओं की बात करें तो 96 प्रतिशत प्रसव संस्थागत यानी जिले भर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल में होते हैं। जाहिर है कई बार प्रसव के दौरान इमरजेंसी में आइसीयू की जरूरत पड़ती है तो प्रसतुाओं व परिजनों की परेशानी बढ़ जाती है। अब प्रसव वार्ड के लिए अलग से 6 बिस्तर का आइसीयू यूनिट तैयार होने पर इमरजेंसी में जरुरत पडऩे पर सहूलियत होगी।
ये भी जानें
– 27462 प्रसव कुल प्रसव हुए बीते वित्तीय वर्ष में मार्च माह तक।
– 25814 प्रसव संस्थागत रहा, इसमें जिला अस्पताल, सीएससी व पीएससी शामिल।
– 1648 प्रसव बाहर हुए, इसमें कई प्रसव अस्पताल कैंपव व रास्ते के भी हैं।
– 2000 प्रसव औसतन हर माह, ठंडी में ज्यादा और बारिश व गर्मी के मौसम में कम प्रसव।