घर पर चौकीदारी करने वाले युवक से इंकम टैक्स ने मांगी 2 करोड़ रुपए लेनदेन की जानकारी

नोटबंदी में हवाला, चौकीदार के नाम खुले फर्जी खाते में करोड़ों रुपए का हुआ लेनदेन.

<p>घर पर चौकीदारी कर जीविकोपार्जन कर रहा अमर दहायत।</p>

राघवेंद्र चतुर्वेदी @ कटनी. नोटबंदी के दौरान हवाला का एक बड़ा मामला फिर सामने आया है। इंकम टैक्स विभाग ने कटनी शहर में शारदा मंदिर के समीप रहने वाले अमर दहायत नाम के युवक को नोटिस जारी कर 2 करोड़ 2 लाख 42 हजार 678 रुपए के लेनदेन की जानकारी मांगी है।

खासबात यह है कि इंकम टैक्स विभाग ने जिस युवक को नोटिस जारी किया है, वह एक निजी घर पर पांच हजार रुपए मासिक वेतन पर चौकीदारी का काम करता है। इंकम टैक्स का नोटिस देखकर युवक के होश उड़ गए। उसने शनिवार को एसपी ऑफिस में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई।

युवक ने शिकायत में बताया कि 6 साल पहले घर के समीप संचालित गुरु टे्रडर्स में नौकरी के लिए सिहोरा निवासी संतोष गर्ग को आधार, पैन कार्ड व अन्य दस्तावेज दिए थे। इन दस्तावेंजों के माध्यम से कूटरचना कर आंध्रा बैंक में अमर ट्रेडर्स के नाम से फर्जी खाता खोला गया। तीन सितंबर 2016 को खोले गए खाता क्रमांक 170111100004173 में 8 दिसंबर 2016 तक 57 लाख 99 हजार नकद जमा व अन्य इंट्री 79 लाख 75 हजार 776 कुल इंट्री 1 करोड़ 37 लख 74 हजार 776 रुपए है।

कटनी एसपी सुनील जैन बताते हैं कि अमर दहायत ने इंकम टैक्स से मिली नोटिस के संबंध में एक पत्र दिया है। वैसे यह पूरा मामला इंकम टैक्स विभाग का है। लेन-देन और व्यक्ति की हैसियत देखकर भी मामले का अंदाजा लगाया जा सकता है। हमने जांच के निर्देश दिए हैं।

नोटबंदी पांच दिन के दौरान डेढ़ लाख रुपए नकद जमा-
अमर दहायत ने एसपी को दिए शिकायत में जिस खाता क्रमांक का जिक्र किया है। उसमें 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के पांच दिन के दौरान तीन बार नकद राशि जमा हुई है। इसमें 12 नवंबर को 50 और 49 हजार व 13 नवंबर को 50 हजार रुपए शामिल है। इंकम टैक्स विभाग ने 2017-18 में दो करोड़ रुपए के लेनदेन और टैक्स अदायगी पर नोटिस जारी किया है।

भिक्षुक के बेटे को इंकम टैक्स की नोटिस के बाद सामने आ चुका है ढाई हजार करोड़ रुपए का कटनी हवाला कांड-
कटनी में ढाई हजार रुपए से ज्यादा के हवाला कांड का मामला इंकम टैक्स विभाग द्वारा भिक्षुक के बेटे रजनीश तिवारी को दिए गए नोटिस के बाद बाहर आ चुका है। इसमें कोतवाली थाने में 12 जुलाई 2016 को तीन एफआइआर दर्ज की गई। कटनी हवाला कांड की जांच इंकम टैक्स के इनवेस्टिगेशन विंग के अलावा इडी ने की। सतीश सरावगी को ईडी ने आरोपी बनाया। उसने 19 अगस्त 2019 को ईडी की स्पेशल कोर्ट में सरेंडर किया जहां से 5 लाख के मुचलके पर जमानत मिली।

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