कटनी में तेजी से फैल रहे वायरस के स्ट्रेन का पता लगाने होगी जीनोम सिक्वेंसिंग

दोबारा पॉजिटिव होने वाले मरीजों के साथ ही वैक्सीनेशन के बाद संक्रमित होने वालों के लिए जाएंगे नमूने.

<p>baikunth dham in lucknow</p>

राघवेंद्र चतुर्वेदी @ कटनी. जिले में तेजी से फैल रहे कोविड-19 वायरस के स्ट्रेन का पता लगाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग होगी। स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए उन मरीजों के नमूने लिए जाएंगे जो कोरोना काल में पहले पॉजिटिव हुए थे और इस बार हाल के दिनों में दोबारा पॉजिटिव हुए हैं। इसके अलावा कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद पॉजिटिव होने वाले मरीजों के भी नमूने लिए जाएंगे। इन नमूनों को जांच के लिए पुणे स्थित लैब भेजा जाएगा।

क्या है जीनोम सिक्वेंसिंग
किसी भी वायरस के बारे में जानकारी जुटाने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग होती है। यह एक तरह से वायरस का बायोडाटा पता लगाना है। इसमें पता लगाया जाता है कि वायरस कैसा दिखता है। वायरस के बारे में पता लगाने की विधि को ही जीनोम सिक्वेंसिंग कहते हैं।

लगातार बदल रहा वायरस का स्वरूप, संक्रमण का फैलाव भी ज्यादा
जिले में कोविड-19 सैंपलिंग से जुड़े चिकित्सक डॉ. समीर सिंघई के अनुसार वायरस अपना स्वरूप लगातार बदल रहा है। इसका फैलाव भी पहले की अपेक्षा ज्यादा है। वायरस के बारे में जानकारी जुटाने के लिए विदेश से आकर पॉजिटिव होने वाले व्यक्तियों के भी नमूने लिए जाएंगे।

सीएमएचओ डॉ. प्रदीप मुढिय़ा बताते हैं कि जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए नमूने एकत्र करने की तैयारी चल रही है। इसमें कोरोना काल में पूर्व के महीनों में पॉजिटिव होने के बाद हाल के दिनों में पॉजिटिव होने वाले मरीजों सहित वैक्सीन लगवाने के बाद पॉजिटिव होने वाले मरीजों के नमूने लिए जाएंगे।

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