ग्राम पंचायत ककरहेटा के गांव बम्होरी निवासी पीड़ित पात्र महिला का आरोप है कि पीएम आवास योजना के लिए उसका चयन हो चुका था। लेकिन विभागीय अफसरों ने उसे अपात्र करार देते हुए अपने करीबी को पात्र घोषित कर उसे योजना का लाभ दिला दिया। लाभार्थी ,पुष्पा सिंह सेंगर ने पहले इसकी शिकायत जनपद सीईओ मीना कश्यप से की। लेकिन सीईओ के स्तर से कोई कार्रवाई न होने पर पीडि़त महिला ने कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई।
आलम यह है कि आवास न मिलने से पीडित महिला पुष्पा सिंह सेंगर पति संतोष सिंह सेंगर बारिश के मौसम में टूटे फूटे खपरैल के मकान में रहने मजबूर है। रोजगार सहायक और सीईओ की लापरवाही के चलते पीड़ित पात्र महिला दर-दर भटकने मजबूर है।
महिला से अभद्र भाषा के प्रयोग का आरोप पीडित महिला ने आरोप लगाया है कि 4 साल से रोजगार सहायक आवास के लिए टालमटोल कर रहे हैं। आवास की बात करने पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए रोजगार सहायक बेइज्जत करते हैं। रोजगार सहायक खुलेआम कहते हैं कि सीईओ और जिला पंचायत से मेरे अच्छे संबंध हैं। मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता।