इन्होंने किया है अतिक्रमण
बता दें कि झंडाबाजार में चार लोगों द्वारा करोड़ों रुपये कीमती जमीन में अतिक्रमण किया गया है। इसमें परमानंद वल्द सच्चानंद दुकान क्रमांक 104 से लगी भूमि पर 33 वर्गफीट में, अर्जुनदास वल्द ज्ञानचंद दुकान क्रमांक 105 54 वर्गफीट, ज्ञानचंद वल्द गोदाराम दुकान क्रमांक 95 से लगी भूमि में 27 वर्गफीट, नारायण वल्द सच्चानंद दुकान क्रमांक 95/1 से लगी हुई भूमि पर 27 वर्गफीट अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कराते हुए वर्षों से कारोबार किया जा रहा है। 15 नवंबर 2013 को कार्रवाई के लिए नोटिस भी दिया गया है, औपचारिक रहा।
तीन दिन में मांगा जवाब, 10 दिन बाद भी भी नहीं मिला
बता दे इस गंभीर गड़बड़ी के मामले में आयुक्त द्वारा बाजार शाखा प्रभारी अनिल त्रिपाठी को 15 सितंबर को पत्र जारी करते हुए झंडा बाजार में सार्वजनिक शौचालय निर्माण के लिए छोड़ी गई भूमि का भौतिक सत्यापन करते हुए तीन दिवस के अंदर पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया था, लेकिन 25 सितंबर तक प्रतिवेदन नहीं दिया गया। हर स्तर पर बेपरवाही जारी है। इस मामले को लेकर बाजार शाखा प्रभारी अनिल त्रिपाठी का कहना है कि अधिकारी-कर्मचारी वैक्सीनेशन में लगे हैं, इसलिए प्रतिवेदन नहीं जा पाया। दो-तीन दिन में प्रतिवेदन भेजने की कार्रवाई होगी।
इनका कहना है
इस गंभीर मामले की जांच कराई जा रही है। बाजार शाखा प्रभारी से पालन प्रतिवेदन तीन दिवस में मांगा गया था, अभी तक जवाब क्यों नहीं मिले इसे तत्काल दिखवाते हैं। आयोग के निर्देश संबंधी पत्र अभी नहीं मिला। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
सत्येंद्र सिंह धाकरे, आयुक्त नगर निगम।