आंदोलनकारी नर्सों को मिल रहा राजनीतिक समर्थन

-कहीं कांग्रेस तो कहीं आप ने जताया समर्थन-सीएम को नर्सों की मांग पूरी करने का बना रहे दबाव

<p>नर्सों की हड़ताल को आम आदमी पार्टी का समर्थन</p>
कटनी. आंदोलनकारी नर्सों को भरपूर राजनीतिक समर्थन मिलने लगा है। कहीं कांग्रेस तो कहीं आम आदमी पार्टी ने नर्सों की हड़ताल को राजनीतिक मुद्दा बना लिया है।
बता दें कि एक दिन पहले ही जबलपुर में एनएसयूआई के कार्यकर्ता नर्सों के धरना स्थल पर पहुंचे और उनका समर्थन जताते हुए सरकार से उनकी मांगे पूरी करने की मांग की। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लगातार ट्विटर पर नर्सों की हड़ताल को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहन पर हमला बोल रहे हैं।
इसी कड़ी में कटनी में आम आदमी पार्टी भी पहुंच गई नर्सों के धरना स्थल पर। उन्होंने भी समर्थन जताया और मुख्यमंत्री से मांग पूरी करने को कहा। आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष सुनील मिश्रा और कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर समर्थन किया और जिला मुख्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पहले ही चरमराई हुई हैं। उसका समाधान तो निकल नहीं पा रहा, अब कोरोना काल में प्रदेश भर में अपनी जान पर खेल कर संक्रमित मरीजों की सेवा करने वाली नर्सों को हड़ताल पर जाना पड़ा है। ये प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और प्रदेशवासियों के लिए हितकारी नहीं है। आम आदमी पार्टी, नर्सिंग स्टॉफ की सभी मांगों का समर्थन करती है, चाहे वह समान वेतनमान हो या उन्हें कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किए जाने अथवा पेंशन संबंधी या मेल नर्सों के भर्ती की मांग हो आम आदमी पार्टी सभी का समर्थन करती है।
आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि नर्सिंग स्टॉफ की मांगों को अविलंब स्वीकृत किया जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री, इस गंभीर मसले को जल्द से जल्द संज्ञान लें और नर्सिंग स्टाफ की मांगों को मानते हुए आंदोलन को समाप्त कराएं, ताकि नर्सिंग स्टॉफ व उनके परिवारों का जीवनयापन भी सम्मानजनक तरीके से हो सके। साथ ही प्रदेश की चरमराई हुई स्वास्थ्य व्यवस्था पुनः बहाल की जा सके। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इनकी मांगों को अविलंब नहीं माना गया तो आम आदमी पार्टी नर्सिंग स्टॉफ के समर्थन में प्रदेशव्यापी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष सुनील मिश्रा, जिलाउपाध्यक्ष अफरोज अहमद, जिलाउपाध्यक्ष विनोद शर्मा, गुप्तेश्वर साहू, अभिषेक बजाज, यूथ विंग प्रभारी लक्की सिंह रावत, अनमोल मंगवानी, समीमुद्दीन अंसारी, संपत सिंह, प्रह्लाद साहू, सद्दू दहिया, मंगल कोल, विजय पटेल, दिनेश बर्मन आदि उपस्थित रहे।
बता दें कि नर्सें पिछले करीब एक महीने से 12 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। इसी कड़ी में वो 30 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसके चलते स्वास्थ्य व्यवस्था लगभग चरमरा गई है। नर्सो का कहना है कि कोविड-19 संकट की घड़ी में जान की बाजी लगाकर हमने काम किया, लेकिन जब हक़ की बात आई, तो सरकार पीछे हट रही है। नर्सिंग एसोसिएशन ने कहा कि अब सरकार को उनकी मांग पूरी करनी होगी, नहीं तो इसी तरह से प्रदर्शन जारी रहेगा।
नर्सिंग स्टाफ के मुताबिक, 70 प्रतिशत वेतन भुगतान अन्याय है। संकट की इस घड़ी में पूरा वेतन दिया जाना चाहिए। महंगाई दोगुना से भी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में परिवार चलाना किसी मुसीबत से कम नहीं है। कई नर्सिंग स्टाफ 500 किलोमीटर से अधिक दूरी पर आकर ड्यूटी कर रही हैं, इसके बाद भी उनकी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।
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