वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, बसपा व अन्य दल सीधे पंचायत चुनाव से दूरी बनाए हुए हैं। दरअसल मैनपुरी में भाजपा ने मुलायम सिंह यादव की भतीजी को टिकट दिया है। वहीं प्रदेश में सपा के गढ़ वाले दूसरे इलाकों आज़मगढ़, गाजीपुर, जौनपुर आदि जिलों में भी भाजपा ने सपा के वोट बैंक वाले पिछड़े वर्ग के बीच पैठ लगाकर उम्मीदवार उतारे हैं। प्रदेश में चल रहे पंचायत चुनाव को विधानसभा का दूसरा रूप माना जा सकता है।
इस बार यूपी पंचायत चुनाव चार चरणों में होना है और 2 मई को परिणाम आना है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के पास अब चुनाव की तैयारी के लिए समय भी नही है जबकि भाजपा ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी। ऐसे में सपा के रणनीतिकार अपने समर्थक उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं। सपा के गढ़ वाले कई इलाकों में भाजपा ने जब सेंधमारी की। उसके बाद सपा ने भी सेंधमारी का फ़ैसला किया।