नहीं कर रहे सहयोग
डाॅक्टर चंदानी ने बताया कि हैलट के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती जमात के सदस्य डाॅक्टरों का सहयोग नहीं कर रहे और खुलेआम कोरोना वायरस फैलाने की धमकी देते हैं। जमातियों ने वार्ड में इधर-उधर गंदगी फैलाई। डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के समझाने के बावजूद एहतियात नहीं बरता और शारीरिक दूरी का पालन किए बगैर एक साथ नमाज अदा की। इसके अलावा जमात के सदस्य वार्ड के अंदर दीवारों में थूक लगा रहे हैं। इलाज के लिए आने वाले डाॅक्टरों के समक्ष खांसते और सींखते हैं।
22 हैलट में थे भर्ती
तबलीगी जमात के बाद शहर पहुंचे 22 जमातियों को हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनके थूकने वाली साजिश के वजह वार्ड के दूसरे कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिए खतरा बढ़ गया। हमनें तत्काल डीएम, एसएसपी और सीएमओ को जानकारी देकर अवगत कराया। अब इंस्पेक्टर किट के साथ वार्ड में इन पर नजर रखे हुए हैं। डाॅक्टर चंदानी के मुताबिक ये लोग वार्ड से भागना चाहते हैं। जमातियों का इलाज अब पुलिस की मौजूदगी में किया जा रहा है।
56 जमाती भर्ती
डाॅक्टर चंदानी ने बताया कि वार्ड में भर्ती अन्य कोरोना संदिग्ध मरीजों की सुरक्षा को देखते हुए सभी जमातियों को नरायणा मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। नारायणा आइसोलेशन सेंटर में जमातियों की संख्या 56 हो गई है। इसके अलावा 9 जमात के सदस्य उर्सला में भी भर्ती हैं। यहां भी जमात के सदस्यों ने जमकर उत्पात मचाया और भागने का प्रयास किया। हैलट अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या, ने बताया कि सीएमओ से बातचीत के बाद तबलीगी जमात के सदस्यों को नारायण मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया है। पहले वे वहां जाने को तैयार नहीं थे। इसीलिए इतना वक्त लगा। उनके जाने के बाद पूरे आइसोलेशन वार्ड को सैनिटाइज कराया गया है।
पूरे मामले पर शहरकाॅजी हाफिज अब्दुल कुद्दूस ने कहा कि इस वक्त देश संकट की घड़ी से गुजर रहा है। लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं। कानपुर की सभी मस्जिदें बंद हैं और जुमे की नमाज भी लोग घरों में अता कर रहे हैं। जमात के सदस्यों ने पहले कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाया और अब वह डाॅक्टरों का सहयोग नहीं कर रहे हैं। हमारी उनसे अपील है कि इंसानियत के नाते इस वक्त अपना ठीक से इलाज करवाएं। डाॅक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी व पुलिस का सहयोग करें। यदि वह ऐसा नहीं करते तो पुलिस-प्रशासन को इन पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।