पुलिस ने इस मामले में सोनू के साथ छह अन्य आरोपितों पर कार्रवाई की थी। जिसके बाद सभी ने सरेंडर किया और उन्हें जेल भेजा गया। इसमें तीन आरोपितों को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। तीन दिन पूर्व ही सोनू ने गैंगस्टर कोर्ट में सरेंडर किया था। उस दौरान उसे व्हील चेयर पर लाया गया था। सोनू के अधिवक्ता लॉयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने 42 एकाउंट खंगाले थे, लेकिन सोनू के नाम पर एक भी एकाउंट नहीं मिला।
पुलिस के मुताबिक, इन्हीं 42 एकाउंट से सट्टे का पैसा आता जाता था। उन्होंने बताया कि जिस समय पुलिस ने सट्टा पकड़ा, आरोपी सोनू जयपुर में भर्ती था व इलाज करवा रहा था। न्यायालय ने इन तथ्यों व बीमारी के आधार पर सोनू की जमानत अर्जी को स्वीकार कर लिया। दरअसल नजीराबाद पुलिस ने सोनू और उसके पूरे गिरोह पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इस केस में वह फरार चल रहा था।