आरबीआई ने चेक फर्जीवाड़ा रोकने को लागू की नई व्यवस्था, ग्राहकों को मिलेगी बड़ी राहत

शुरुवाती दौर में इसे ग्राहकों के लिए स्वैच्छिक रखा गया है। लेकिन जानकारों का कहना है कि इस व्यवस्था को अनिवार्य भी किया जा सकता है।

<p>आरबीआई ने चेक फर्जीवाड़ा रोकने को लागू की नई व्यवस्था, ग्राहकों को मिलेगी बड़ी राहत</p>
कानपुर-अब चेक के द्वारा होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए आरबीआई एक जनवरी से ऐसी व्यवस्था लागू करने जा रहा है, जिससे ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही चेक से होने वाले फ्रॉड से बच सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीयकृत बैंकों में नकली चेक की पहचान के लिए अलग-अलग तरीके हैं। चेक की सही जांच पानी की मार्किंग एवं अलग अलग निशान के द्वारा की जाती है, बावजूद लोग फ्रॉड करने से नहीं चूकते हैं। यहां तक कि चेक में लिखे शब्द को लोग मिटाकर या जोड़कर भी फ्रॉड करते हैं। इसलिए एक जनवरी से 50 हजार या उससे अधिक धनराशि की चेक लगाये जाने पर उसकी जांच के लिए ग्राहक से एसएमएस और ऐप के जरिये जानकारी ली जाएगी। जिससे फ्रॉड होने से बचा जा सके।
बताया गया कि शुरुवाती दौर में इसे ग्राहकों के लिए स्वैच्छिक रखा गया है। लेकिन जानकारों का कहना है कि इस व्यवस्था को अनिवार्य भी किया जा सकता है। इस व्यवस्था के अन्तर्गत यदि 50 हजार या इससे अधिक का चेक बैंक में जमा किया गया है तो चेक लगाने वाले व्यक्ति से चेक की तारीख, भुगतान करने वाले व्यक्ति व धनराशि आदि की जानकारी दोबारा ली जाएगी। जब वहां से सहमति मिलेगी उसके बाद चेक को क्लीयर किया जाएगा। आरबीआई की ओर जारी निर्देश में यह कहा गया है कि रि-चेकिंग की व्यवस्था बैंक स्तर पर होगी। बैंक अपने स्तर पर संबंधित को एसएमएस या फिर मोबाइल ऐप के जरिये चेक की फोटो भेज सकेंगे। नेशनल कंफेडरेशन आफ बैंक इंप्लाइज के सचिव राजेंद्र अवस्थी ने बताया कि इस व्यवस्था से फ्रॉड रोकने में बड़ी सहायता मिलेगी।
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