कानपुर से मथुरा तक विद्युतीकरण पूरा
सेंट्रल स्टेशन से मथुरा वाया फर्रुखाबाद तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। लगभग साढ़े तीन सौ किलोमीटर के इस सेक्शन में केवल कन्नौज से फर्रुखाबाद के बीच ट्रैक का विद्युतीकरण ही बचा था। मुख्य संरक्षा आयुक्त ने डीआरएम की मौजूदगी में कन्नौज से फर्रुखाबाद के बीच 110 किमी की गति से ट्रेन दौड़ाकर परीक्षण किया।
सेंट्रल स्टेशन से मथुरा वाया फर्रुखाबाद तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। लगभग साढ़े तीन सौ किलोमीटर के इस सेक्शन में केवल कन्नौज से फर्रुखाबाद के बीच ट्रैक का विद्युतीकरण ही बचा था। मुख्य संरक्षा आयुक्त ने डीआरएम की मौजूदगी में कन्नौज से फर्रुखाबाद के बीच 110 किमी की गति से ट्रेन दौड़ाकर परीक्षण किया।
इस रूट पर बढ़ेंगी ट्रेनें
विद्युतीकरण पूरा होने के बाद मेमू के साथ अब इस रूट से दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग की कुछ ट्रेनें चलने लगेंगी। पहले चरण में प्रयागराज से जयपुर वाया मथुरा चलने वाली 12403, 12404 प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस, 12337, 12338, 12339 और 12340 कोटा-पटना एक्सप्रेस को इस रूट पर डायवर्ट करने की तैयारी है। अभी ये ट्रेनें टूंडला के रास्ते से आती-जाती हैं।
विद्युतीकरण पूरा होने के बाद मेमू के साथ अब इस रूट से दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग की कुछ ट्रेनें चलने लगेंगी। पहले चरण में प्रयागराज से जयपुर वाया मथुरा चलने वाली 12403, 12404 प्रयागराज-जयपुर एक्सप्रेस, 12337, 12338, 12339 और 12340 कोटा-पटना एक्सप्रेस को इस रूट पर डायवर्ट करने की तैयारी है। अभी ये ट्रेनें टूंडला के रास्ते से आती-जाती हैं।
राम जन्मभूमि से कृष्ण जन्मस्थली तक ट्रेन
कानपुर-मथुरा वाया फर्रुखाबाद ट्रैक का इलेक्ट्रीफिकेशन होने के बाद रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कॉरपोरेशन ने एक और धार्मिक स्थल के लिए नई ट्रेन प्रस्तावित की है। महाकाल, तेजस के बाद फैजाबाद से मथुरा तक कॉरपोरेट ट्रेन चलाने का फैसला किया है।
कानपुर-मथुरा वाया फर्रुखाबाद ट्रैक का इलेक्ट्रीफिकेशन होने के बाद रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कॉरपोरेशन ने एक और धार्मिक स्थल के लिए नई ट्रेन प्रस्तावित की है। महाकाल, तेजस के बाद फैजाबाद से मथुरा तक कॉरपोरेट ट्रेन चलाने का फैसला किया है।
बंद हो सकती हैं पैसेंजर ट्रेन
चर्चा यह भी है कि मेमू चालू होने के बाद कानपुर से फर्रुखाबाद के बीच पैसेंजर ट्रेन को हटाया जा सकता है। उसके समय पर ही मेमू को उतारा जाएगा। पैसेंजर ट्रेन से चलने वाले यात्रियों के लिए मेमू ज्यादा सुलभ होगी क्योंकि मेमू में पैसेंजर रेलगाडिय़ों की अपेक्षा ज्यादा जगह होगी। हालांकि मेंमू में ज्यादा सामान लेकर यात्रा करना संभव नहीं होगा। इसके लिए अलग से सामान बुक कराना पड़ सकता है।
चर्चा यह भी है कि मेमू चालू होने के बाद कानपुर से फर्रुखाबाद के बीच पैसेंजर ट्रेन को हटाया जा सकता है। उसके समय पर ही मेमू को उतारा जाएगा। पैसेंजर ट्रेन से चलने वाले यात्रियों के लिए मेमू ज्यादा सुलभ होगी क्योंकि मेमू में पैसेंजर रेलगाडिय़ों की अपेक्षा ज्यादा जगह होगी। हालांकि मेंमू में ज्यादा सामान लेकर यात्रा करना संभव नहीं होगा। इसके लिए अलग से सामान बुक कराना पड़ सकता है।