पूरे बुंदेलखंड में जनता कफ्यू सुपरहिट, कोरोना पर जीत की जारी रहेगी जंग

सातों जिलों में लोगों ने पीएम की मुहिम के साथ खडे दिखे, सड़क, बाजार और पर्यटक स्थलों पर पसरा रहा सन्नाटा।
 

<p>पूरे बुंदेलखंड में जनता कफ्यू सुपरहिट, कोरोना पर जीत की जारी रहेगी जंग</p>

झांसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील का असर बुंदेलखंड के सातों जिलों में देखने को मिला। सुबह के वक्त बच्चों ने शंख बजाकर जनता कर्फ्यू के तहत खुद को अपने-अपने घरों में कैद कर लिया तो वहीं सड़क, बाजार, रेलवे स्टेशन, ऐतिहासिक पयर्टक स्थल, गांव, खेत खलियानों में सन्नाटा पसरा रहा। कोरोना वायरस को करारी मात देने के लिए बुंदेलों ने बड़चड़ कर जंग में हिस्सा लिया।

शंख बजाकर कर्फ्यू का आगाज
झांसी में कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में रविवार की सुबह बच्चों ने शंख और थाली बजाकर झांसी में जनता कर्फ्यू का आगाज किया। सुबह सात से शहर से लेकर गांव में सन्नाना पसरा गया। रानी लक्ष्मी बाई के किले के पास सुबह से लेकर देररात तक हलचल नहीं रही। यहां मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग नहीं दिखे। जनता कर्फ्यू का असर झांसी रेलवे स्टेशन से लेकर भीड़भाड़ वाले एरिया में साफ तौर पर देखने को मिला। जिलाधिकारी आंद्रे वामसी का कहना है कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हैं। हम कोरोना क लेकर पहले से ही सतर्क हैं। झांसी में अभी तक कोई भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं पाया गया है।

आल्हा की नगरी में भी कर्फ्यू
आल्हा की नगरी महोबा में भी जनता कर्फ्यू का असर दिखा। यहां के अधिकांश पर्यटक स्थलों को पहले ही बंद कर दिया गया था। इसके अलावा शहर की विभिन्न चौराहे उदल चौक आल्हा चौक एवं परमानंद चौक पर भी सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। इस बीच लोग अपने घरों की बॉलकानी से खड़े होकर जनता कर्फ्यू का समर्थन किया। देशहित में किए गए इस फैसले को सभी ने हाथों हाथ लिया। जनता कर्फ्यू की कमान खुद जनता ने अपने हाथ में ली। व्यापारी हों या नौकरीपेशा लोग, सभी लोग घरों के अंदर रहे और शाम 5 बजे शंख, थाली, ढोलक बजाकर जनता कर्फ्यू को कामयाब बनाया।

हमीरपुर भी रहा बंद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू के आह्वान पर रविवार को हमीरपुर, में भी देखने को मिला। लक्ष्मीबाई चौराहा, किंगरोड, रमेड़ी बाजार के अलावा भरूआसुमेरपुर स्थित इंड्रेस्ट्रिल एरिया में फैक्ट्रियों की चिनमियों से धुंआ नहीं निकला। इसके अलावा ं तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान, बस और टैक्सी सेवाएं बंद रहीं। लोगों ने भी दिनभर घर पर रहकर कोरोना से लड़ने में सहयोग दिया। कर्फ्यू के कारण जिले के सभी मुख्य मार्ग, संपर्क मार्ग, बाजार और सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में सन्नाटा रहा। शाम पांच बजे सभी लोगों ने घरों की छतों पर खड़े होकर थालियां और तालियां बजाईं। कई जगह मंदिरों की घंटियां और शंख ध्वनि सुनाई दीं।

चित्रकूट मे टोटल लॉकडाउन
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जनता कर्फ्यू का आवाह्न तो सुबह सात बजे से रात 9 बजे तक के लिए था पर चित्रकूट में जनता ने खुद पर आधी रात के बाद से ही कर्फ्यू लगा दिया था। पौ फटने से पहले ही निकलने वाले मॉर्निंग वॉकर गायब थे तो सुबह ट्रेन पकड़ने वाले भी नहीं दिखे। सफाई कर्मी और घरों में दूध पहुंचाने वालों की आवाजाही जरूर घनघोर सन्नाटे को तोड़ रही थी। कुल मिलाकर धर्मनगरी रविवार के दिन पूरी तरह से खामोस रही।

बांदा में भी पसरा रहा सन्नाटा
बांदा में भी प्रधानमंत्री के आह्वान पर जनता कर्फ्यू को लोगों को पूरा समर्थन मिला। सुबह से ही सड़कों पर छाया सन्नाटा केवल जरूरत का सामान आदि लेने निकले लोग ही तोड़ते दिखे। दुकानों के शटर पूरी तरह गिरे रहे तो रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर यात्री नजर नहीं आए। रेलवे स्टेशन में डीएम अमित सिंह बंसल और सीएमओ डा.संतोष कुमार मिश्रा रात में निरीक्षण करने पहुंचे। गुलाली गैंग के अध्यक्ष संपत पाल ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए आगे भी हमें सतर्क रहना होगा। उन्होंने लोगों से अपील की साफ-सफाई रखें और जरूर काम हो तो ही घर के बाहर निकलें।

जालौन में भी लोग घरों में रहे कैद
जालौन में भी जनता कर्फ्यू को पूर्ण समर्थन रहा। सुबह से ही सड़कों पर छाया सन्नाटा केवल जरूरत का सामान मसलन दूध आदि लेने निकले लोग ही तोड़ते दिखे। दुकानों के शटर पूरी तरह गिरे रहे। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर यात्री नजर नहीं आए। उरई रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों से उतरे यात्री ही पहुंचे, जिनको जांच के बाद घर भेजा गया। इसके अलाव उरई की सभी फैक्ट्रियां बंद थीं। मजदूर और कर्मचारी अपने को घरों में रखा औा कर्फ्यू का पालन किया।

घरों से नहीं निकले लोग
ललितपुर में सुबह के सात बजते ही सड़कों, गलियों, चौराहों पर सन्नाटा पसर गया था। जनता कर्फ्यू का असर हर तरफ दिखाई दिया और लोगों ने घर से निकलने में परहेज किया। सुबह-सुबह मंदिरों में नियमित समय पर घंटा घड़ियाल की आवाज सुने जाने के बाद दिन भर सन्नाटे में डूबी रही सड़कों पर फर्राटा भरते सिर्फ प्रशासन के वाहनों का सायरन गूंजता रहा। चौराहा पर पुलिस जवानों की तैनाती रही। जिला अस्पताल में सन्नाटे के बीच इमरजेंसी सेवाएं चालू रहीं।

बुंदेलखंड में नो कोरोना
पूरे बुंदेलखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज एक भी सामने नहीं आया है। संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट लगातार नेगेटिव आ रही हैं। बावजूद, यहां सतर्कता में कोई कमी नहीं है। लोग खुद तो जागरूक हैं ही और दूसरों को भी सचेत करने का काम कर रहे हैं। यही वजह है कि वायरस को आगे बढ़ने से रोकने लिए रविवार को जनता कर्फ्यू को सभी ने हाथों हाथ लिया है। महिला – पुरुष, बच्चे – बड़े सभी कोरोना के खिलाफ जारी जंग के सिपाही बन गए। सभी ने तय कर लिया है कि वे पूरे 14 घंटे घर से बाहर नहीं निकलेंगे और उसे कर के भी दिखाया।

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