ठहर गया शहर
जनता कर्फ्यू का असर पूरे शहर में दिखा। हाईवे हो या फिर लिंक रोड या मोहल्ले की गलियां सभी जगह सन्नाटा पसरा रहा। कुछ लोगों ने भोर पहर मंदिरों में जाकर दर्शन पूजन किया और फिर घर आ गए। सुबह मॉर्निंग वाकर भी पार्कों में नहीं दिखाई दिए और मंदिरों के कपाट भी बंद ही रहे। हाईवे पर भारी हल्के वाहनों का आवागमन न होने के चलते ढाबे भी नहीं खुले। आजाद नगर के रहने वाले चक्रधर तिवारी कहते हैं कि इससे पहले अपनी जिंदगी में ऐसा दृश्य नहीं देखा। पीएम मोदी की एक कॉल पूरा कानपुर घरों में कैद हो गया।
पूरा शहर सराबोर
शहर के शास्त्री नगर, पांडु नगर, सरोजनी नगर, काकादेव में जनता कर्फ्यू के बाद शाम 5 बजे लोग छतों की बॉलकनी में आ गए और कोरोना के नाश के लिए शंख बजाकर ईश्वर से प्रार्थना की। काली मठिया मंदिर में मंगला आरती हुई । अपार्टमेंट में रहने वाली महिलाओं ने एक दूसरे से कोरोना वायरस के संक्रमण व जनता करफ्यू पर चर्चा की। मुस्लिम बाहूल्य इलाकों में भी लोग घरों पर रहे और शाम 5 बजे तिरंगा फहराकर कर्फ्यू का स्वागत किया।
कुछ इस तरह से बोले ज्योतिषाचार्य
ज्योतिषाचार्य पंडित बलराम तिवारी ने बताया कि रविवार 22 मार्च को अमावस्या है और उस दिन चंद्रमा रेवती नक्षत्र से गुजर रहा है। आज रात काफी काली होगी। आज सभी वायरस, जीवाणु और बुरी शक्तियां काफी ज्यादा सक्रिय हैं। इसलिए 130 करोड़ भारतीय एक साथ ताली बजा रहे हैं, घरों और मंदिरों में घंटियां बजा रहे हैं और शंख ध्वनि कर रहे हैं इस तरह के वायरस और बुरी शक्तियों की पॉवर काफी कम हो जाएगी, जिससे हमारा वातावरण शुद्ध होगा और इस तरह की महामारी का प्रकोप कुछ हद तक कम होगा।
पीएम मोदी ने की थी अपील
ब्तादें प्रधानमंत्री मोदी ने जब कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए राष्ट्र के नाम जब संदेश दिया तो उन्होंने लोगों से इस बात की अपील की कि, सभी भारतीय रविवार दिनांक शाम 5 बजे ताली बजाएं, घर और मंदिरों में घंटी बजाएं और शंख ध्वनि कर उन सभी लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त करें जो अपनी जान की परवाह करे बगैर आपकी हिफाजत में लगे हुए हैं। इसी के चलते पूरा शहर शंख और घड़ियाल की गूंज से सराबोर हो गगया।