यह भी पढ़े : समय पर निकाल लिया पेसमेकर, वरना श्मशान में हो जाता विस्फोट रीढ़ की हड्डी व आंतों को पहुंच सकता था नुकसान
सर्जन डॉ. दिनेश दत्त शर्मा के मुताबिक मरीज के छर्रे कमर की तरफ घुसे थे। गनीमत रही कि रीढ़ की हड्डी और आंतों तक नहीं पहुंचे, वरना लकवा होने व आंतें फट सकती थी।
सर्जन डॉ. दिनेश दत्त शर्मा के मुताबिक मरीज के छर्रे कमर की तरफ घुसे थे। गनीमत रही कि रीढ़ की हड्डी और आंतों तक नहीं पहुंचे, वरना लकवा होने व आंतें फट सकती थी।