यह है मामला
राजफैड जोधपुर द्वारा प्रतिवर्ष किसानों से समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की जाती है। वर्ष 2019 में पाली के तत्कालीन उप रजिस्ट्रार शुभम जैन (वर्तमान में टोंक के उप रजिस्ट्रार) को खरीद केंद्रों के निरीक्षण के लिए प्रतिमाह 27 हजार 500 रुपए किराए पर कार लेने की अनुमति दी गई। जैन ने 7 नवम्बर 2019 को कार्यालय में कार्यरत निरीक्षक रुपाराम को वाहन किराया समिति का सदस्य बनाकर कूट रचित कोटेशन से कार संख्या 22 टीए- 3828 को किराए पर लिया। वाहन मालिक गजेंद्र कुमार टाक से 15 नवम्बर 2019 को एग्रीमेंट किया। इसके बाद जैन ने इस कार से नवंबर 2019 से जून 2020 तक 47 बार सरकारी यात्रा कर राजफैड जोधपुर से वाहन किराए के नाम पर 1 लाख 22 हजार 500 रुपए का भुगतान उठा लिया। राजफैड के तत्कालीन क्षेत्रीय अधिकारी हेमेंद्र सिंह आशिया ने उक्त गाड़ी का भुगतान भी कर दिया। विशेष बात यह है कि इस कार को परिवहन विभाग राजस्थान सरकार द्वारा 8 जनवरी 2020 को रजिस्ट्रेशन नंबर और 27 जनवरी 2020 को यात्रा परमिट जारी हुआ है। जैन ने फर्जी लॉग शीट भरी।
राजफैड जोधपुर द्वारा प्रतिवर्ष किसानों से समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की जाती है। वर्ष 2019 में पाली के तत्कालीन उप रजिस्ट्रार शुभम जैन (वर्तमान में टोंक के उप रजिस्ट्रार) को खरीद केंद्रों के निरीक्षण के लिए प्रतिमाह 27 हजार 500 रुपए किराए पर कार लेने की अनुमति दी गई। जैन ने 7 नवम्बर 2019 को कार्यालय में कार्यरत निरीक्षक रुपाराम को वाहन किराया समिति का सदस्य बनाकर कूट रचित कोटेशन से कार संख्या 22 टीए- 3828 को किराए पर लिया। वाहन मालिक गजेंद्र कुमार टाक से 15 नवम्बर 2019 को एग्रीमेंट किया। इसके बाद जैन ने इस कार से नवंबर 2019 से जून 2020 तक 47 बार सरकारी यात्रा कर राजफैड जोधपुर से वाहन किराए के नाम पर 1 लाख 22 हजार 500 रुपए का भुगतान उठा लिया। राजफैड के तत्कालीन क्षेत्रीय अधिकारी हेमेंद्र सिंह आशिया ने उक्त गाड़ी का भुगतान भी कर दिया। विशेष बात यह है कि इस कार को परिवहन विभाग राजस्थान सरकार द्वारा 8 जनवरी 2020 को रजिस्ट्रेशन नंबर और 27 जनवरी 2020 को यात्रा परमिट जारी हुआ है। जैन ने फर्जी लॉग शीट भरी।
रहना था पाली, बीकानेर घूमकर आ गई
कार केवल पाली जिले में 3 महीने की यात्रा के लिए थी, जबकि जैन ने इसे छह महीने तक चलाया और यह पाली से बीकानेर भी घूमकर आ गई। राजफैड ने आंखें मूंदकर भुगतान किया। मामले में जांच के लिए जोधपुर के विशेष लेखा परीक्षक (सहकारी समितियां) खरताराम मेघवाल की जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में जैन के अलावा लेखा शाखा प्रभारी रुपाराम खारवाल, स्टोर शाखा प्रभारी राजेंद्र सिंह के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की अनुशंषा की है।
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कार केवल पाली जिले में 3 महीने की यात्रा के लिए थी, जबकि जैन ने इसे छह महीने तक चलाया और यह पाली से बीकानेर भी घूमकर आ गई। राजफैड ने आंखें मूंदकर भुगतान किया। मामले में जांच के लिए जोधपुर के विशेष लेखा परीक्षक (सहकारी समितियां) खरताराम मेघवाल की जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में जैन के अलावा लेखा शाखा प्रभारी रुपाराम खारवाल, स्टोर शाखा प्रभारी राजेंद्र सिंह के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की अनुशंषा की है।
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‘मैंने राजफैड से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद अन्य कार्यवाही की जाएगी।’
भोमाराम, अतिरिक्त रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां जोधपुर
भोमाराम, अतिरिक्त रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां जोधपुर