प्रधानाचार्य से मिली प्रेरणा
शिक्षकों ने लॉकडाउन समय में बारिश के चलते विद्यालय के पास खाली पड़े खेल मैदान पर गोसेवा करने का बीड़ा उठाया। वरिष्ठ शिक्षक गणपत मेघवाल नाड़सर ने बताया कि प्रधानाचार्य निर्मलाकुमारी की प्रेरणा से खाली पड़े खेल मैदान की जमीन पर ज्वार फसल की बुवाई कर दी। खेल मैदान की चारदिवारी होने से एवं वर्षा ऋतु होने की वजह से ज्वार की फसल समय के साथ काफी बड़ी हो गई।
दिव्यांग शिक्षक ने उठाया सुरक्षा का जिम्मा
इस दौरान फसल की देखरेख एवं सुरक्षा का जिम्मा विद्यालय के दिव्यांग शिक्षक किशनलाल गुर्जर एवं रामदयाल जाखड़ ने संभाला। इसके बाद अब स्कूल के खेल मैदान में पककर सूख चुकी फसल के चारे को सभी शिक्षकों, बड़ी कक्षाओं के कुछ विद्यार्थियों एवं स्थानीय ग्रामीणों के सामूहिक सहयोग से समेटकर गांव के ही स्थानीय श्रीराम-कृष्ण गोशाला में पलने वाली गायों के लिए भेंट कर दिया।
इस दौरान फसल की देखरेख एवं सुरक्षा का जिम्मा विद्यालय के दिव्यांग शिक्षक किशनलाल गुर्जर एवं रामदयाल जाखड़ ने संभाला। इसके बाद अब स्कूल के खेल मैदान में पककर सूख चुकी फसल के चारे को सभी शिक्षकों, बड़ी कक्षाओं के कुछ विद्यार्थियों एवं स्थानीय ग्रामीणों के सामूहिक सहयोग से समेटकर गांव के ही स्थानीय श्रीराम-कृष्ण गोशाला में पलने वाली गायों के लिए भेंट कर दिया।
सराहनीय कार्य राउमावि पालड़ी राणावतां के शिक्षकों ने कोरोना संकटकाल के चलते लागू लॉकडाउन व इसके बाद मिले समय का सदुपयोग करते हुए विद्यालय के खेल मैदान में गायों के लिए चारा उगाकर अनूठा व सराहनीय कार्य किया है। इस पुनीत कार्य के लिए विद्यालय की प्रधानाचार्य सहित सभी शिक्षक एवं खासकर इसकी देखभाल करने वाले शिक्षक बधाई के पात्र हैं।
– सुखाराम पिण्डेल, उपजिला कलक्टर, भोपालगढ़
– सुखाराम पिण्डेल, उपजिला कलक्टर, भोपालगढ़