पन्द्रह साल पहले 24 अगस्त 2005 में राज्य सरकार के स्वीकृत प्रस्ताव
आनंदराज सुराणा जूनी मंडी डिस्पेंसरी का नामकरण आनंदराज सुराणा होना था लेकिन अभी तक नहीं हुआ। हटडिय़ों का चौक से तापी दर्जियों का चौक तक सीताराम सोलंकी मार्ग का नामकरण नहीं हुआ। छगनराज चौपासनी वाला राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल जालोरी गेट ( विद्यालय का नामकरण तो हो गया लेकिन प्रतिमा आज तक नहीं लगी है। मूलजी होटल से पुंगलपाड़ा स्कूल तक मार्ग का नामकरण तुलसीदास राठी होना था लेकिन नहीं हुआ। भेरजी होटल से मूल जी होटल तक मार्ग का नामकरण नरसिंहदास लूंकड़ मार्ग किया जाना था लेकिन नहीं हुआ। खाण्डा फलसा स्थित आयुर्वेद अस्पताल भवन का नामकरण भी स्वतंत्रता सेनानी गंगादास व्यास किया जाना था लेकिन नहीं हो सका है।
आनंदराज सुराणा जूनी मंडी डिस्पेंसरी का नामकरण आनंदराज सुराणा होना था लेकिन अभी तक नहीं हुआ। हटडिय़ों का चौक से तापी दर्जियों का चौक तक सीताराम सोलंकी मार्ग का नामकरण नहीं हुआ। छगनराज चौपासनी वाला राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल जालोरी गेट ( विद्यालय का नामकरण तो हो गया लेकिन प्रतिमा आज तक नहीं लगी है। मूलजी होटल से पुंगलपाड़ा स्कूल तक मार्ग का नामकरण तुलसीदास राठी होना था लेकिन नहीं हुआ। भेरजी होटल से मूल जी होटल तक मार्ग का नामकरण नरसिंहदास लूंकड़ मार्ग किया जाना था लेकिन नहीं हुआ। खाण्डा फलसा स्थित आयुर्वेद अस्पताल भवन का नामकरण भी स्वतंत्रता सेनानी गंगादास व्यास किया जाना था लेकिन नहीं हो सका है।
कई बार लिखित में की शिकायत
जिला प्रशासन पंद्रह साल पुराने आदेश की पालना सुनिश्चित कर स्वाधीनता सेनानियों की प्रतिमा और उनके योगदान को लेकर सूचना पट्ट लगाने तथा भवन व मार्गों के नामकरण करना चाहिए। समिति की ओर से जिला कलक्टर और संभागीय आयुक्त को कई बार पत्र व ज्ञापन भी दिए गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
-रामजी व्यास , संरक्षक जोधपुर स्वतंत्रता सेनानी अधिकार संघर्ष समिति
जिला प्रशासन पंद्रह साल पुराने आदेश की पालना सुनिश्चित कर स्वाधीनता सेनानियों की प्रतिमा और उनके योगदान को लेकर सूचना पट्ट लगाने तथा भवन व मार्गों के नामकरण करना चाहिए। समिति की ओर से जिला कलक्टर और संभागीय आयुक्त को कई बार पत्र व ज्ञापन भी दिए गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
-रामजी व्यास , संरक्षक जोधपुर स्वतंत्रता सेनानी अधिकार संघर्ष समिति