जोधपुर. मरूप्रदेश के 42 डिग्री तापमान के साथ तेज धूप में ये फूल मुरझाने की बजाय खिल सकते है, तो ऐसे में हमें भी कोरोना से हार ना मानकर मुरझाने की बजाय जीतकर खिलते रहना होगा। जोधपुर के कुचामन हवेली में लगे एन्थूरियम, कैला लिली, एशियाटिक लिलियम्स, हेलिकोनिया व हाइड्रेजिया जैसे फूलों के पौधे प्रकृति का अद्भूत आशीर्वाद है, जो कोरोना से जंग जीतने का संदेश देते नजर आए। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. मरूप्रदेश के 42 डिग्री तापमान के साथ तेज धूप में ये फूल मुरझाने की बजाय खिल सकते है, तो ऐसे में हमें भी कोरोना से हार ना मानकर मुरझाने की बजाय जीतकर खिलते रहना होगा। जोधपुर के कुचामन हवेली में लगे एन्थूरियम, कैला लिली, एशियाटिक लिलियम्स, हेलिकोनिया व हाइड्रेजिया जैसे फूलों के पौधे प्रकृति का अद्भूत आशीर्वाद है, जो कोरोना से जंग जीतने का संदेश देते नजर आए। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. मरूप्रदेश के 42 डिग्री तापमान के साथ तेज धूप में ये फूल मुरझाने की बजाय खिल सकते है, तो ऐसे में हमें भी कोरोना से हार ना मानकर मुरझाने की बजाय जीतकर खिलते रहना होगा। जोधपुर के कुचामन हवेली में लगे एन्थूरियम, कैला लिली, एशियाटिक लिलियम्स, हेलिकोनिया व हाइड्रेजिया जैसे फूलों के पौधे प्रकृति का अद्भूत आशीर्वाद है, जो कोरोना से जंग जीतने का संदेश देते नजर आए। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. मरूप्रदेश के 42 डिग्री तापमान के साथ तेज धूप में ये फूल मुरझाने की बजाय खिल सकते है, तो ऐसे में हमें भी कोरोना से हार ना मानकर मुरझाने की बजाय जीतकर खिलते रहना होगा। जोधपुर के कुचामन हवेली में लगे एन्थूरियम, कैला लिली, एशियाटिक लिलियम्स, हेलिकोनिया व हाइड्रेजिया जैसे फूलों के पौधे प्रकृति का अद्भूत आशीर्वाद है, जो कोरोना से जंग जीतने का संदेश देते नजर आए। फोटो- जेके भाटी
जोधपुर. मरूप्रदेश के 42 डिग्री तापमान के साथ तेज धूप में ये फूल मुरझाने की बजाय खिल सकते है, तो ऐसे में हमें भी कोरोना से हार ना मानकर मुरझाने की बजाय जीतकर खिलते रहना होगा। जोधपुर के कुचामन हवेली में लगे एन्थूरियम, कैला लिली, एशियाटिक लिलियम्स, हेलिकोनिया व हाइड्रेजिया जैसे फूलों के पौधे प्रकृति का अद्भूत आशीर्वाद है, जो कोरोना से जंग जीतने का संदेश देते नजर आए। फोटो- जेके भाटी