1 मार्च से लेकर 15 अप्रेल तक 68 प्रतिशत कम बारिश
प्रदेश में एक मार्च से लेकर 15 अप्रेल तक 68 प्रतिशत कम बारिश मापी गई है। विशेषकर पश्चिमी हिस्से में काफी सूखा रहा। पिछले डेढ़ महीनों में थार मरुस्थल के जिलों में 84 फीसदी कम बरसात हुई। इस दौरान अधिकांश बारिश भूमध्यसागर से आने वाली नमी युक्त हवा यानी पश्चिमी विक्षोभों के कारण होती है। इस साल पश्चिमी विक्षोभ काफी कमजोर रहे जिसके कारण उनका असर प्रदेश तक नहीं पहुंच सका।
प्रदेश में एक मार्च से लेकर 15 अप्रेल तक 68 प्रतिशत कम बारिश मापी गई है। विशेषकर पश्चिमी हिस्से में काफी सूखा रहा। पिछले डेढ़ महीनों में थार मरुस्थल के जिलों में 84 फीसदी कम बरसात हुई। इस दौरान अधिकांश बारिश भूमध्यसागर से आने वाली नमी युक्त हवा यानी पश्चिमी विक्षोभों के कारण होती है। इस साल पश्चिमी विक्षोभ काफी कमजोर रहे जिसके कारण उनका असर प्रदेश तक नहीं पहुंच सका।
15 से 30 अप्रेल तक सामान्य रहेगा पारा, अधिक गर्मी नहीं
मौसम विभाग के अनुसार 15 से 30 अप्रेल तक समूचे प्रदेश में पारा सामान्य बने रहने की उम्मीद है। इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ का लगातार आना रहेगा, जिसके कारण मौसम में धूल भरी हवाएं, मेघगर्जना और वज्रपात का मौसम चलता रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार 15 से 30 अप्रेल तक समूचे प्रदेश में पारा सामान्य बने रहने की उम्मीद है। इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ का लगातार आना रहेगा, जिसके कारण मौसम में धूल भरी हवाएं, मेघगर्जना और वज्रपात का मौसम चलता रहेगा।
1 मार्च से 15 अप्रेल तक बारिश (बारिश मिलीमीटर में )
स्थान ———–वास्तविक बारिश– सामान्य बारिश-उतार चढ़ाव (प्रतिशत में)
पश्चिमी राजस्थान — 1.1 ——- 7.1 ——- (-84)
पूर्वी राजस्थान —– 3.2 ——- 5.4 ——- (-41)
राजस्थान ——— 2.0 ——- 6.4 ——- (-68 )
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स्थान ———–वास्तविक बारिश– सामान्य बारिश-उतार चढ़ाव (प्रतिशत में)
पश्चिमी राजस्थान — 1.1 ——- 7.1 ——- (-84)
पूर्वी राजस्थान —– 3.2 ——- 5.4 ——- (-41)
राजस्थान ——— 2.0 ——- 6.4 ——- (-68 )
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‘पश्चिमी विक्षोभों के कमजोर होने के कारण मार्च-अप्रेल में कम बारिश हुई लेकिन मानसून के लिहाज से अच्छी खबर है। प्रदेश में इस साल मानसून औसत रहेगा।’
-आरएस शर्मा, निदेशक, मौसम केंद्र जयपुर (आईएमडी)
-आरएस शर्मा, निदेशक, मौसम केंद्र जयपुर (आईएमडी)