जोधपुर के विकास में ऊंची छलांग, मेडिकल डिवाइस पार्क देगा नई पहचान

– जोधपुर में प्रदेश का पहला मेडिकल डिवाइस पार्क खुलने की तैयारी
– कॉमन फैसिलिटी सेंटर व चिकित्सकीय उपकरणों की इकाइयां लगेगी

<p>जोधपुर के विकास में ऊंची छलांग, मेडिकल डिवाइस पार्क देगा नई पहचान</p>
जोधपुर।
शहर की मेडिकल डिवाइस व फार्मा से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जोधपुर को मेडिकल डिवाइस पार्क की सौगात मिलने वाली है। केन्द्र सरकार की एक विशेष योजना के तहत जोधपुर में मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित होने की उम्मीद जगी है। सूत्रों के अनुसार बोरानाडा औद्योगिक क्षेत्र में यह पार्क स्थापित होगा। राज्य सरकार ने इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जोधपुर रीको अधिकारियों व उद्यमियों के एक शिष्टमंडल को फ रवरी माह में विशाखापट्टनम व हैदराबाद मेडिकल डिवाइस पार्क की विजिट करने के लिए भेजा था । शिष्टमण्डल में रीको जोधपुर के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक संजय झा, रीको बोरानाडा के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक कुलदीप दाधीच, उद्यमी एनके जैन, राजेश सोलंकी आदि शामिल थे। शिष्टमंडल ने विशाखापट्टनम व हैदराबाद मेडिकल डिवाइस पार्क देखा और जोधपुर में भी इस प्रकार का मेडिकल डिवाइस पार्क बने, इसकी रूपरेखा व रिपोर्ट रीको एमडी को सौंप दी है। सरकार की ओर से जल्द ही केंद्र को इसका सहमति पत्र भेजा जाएगा।
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स्थानीय मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा

मेडिकल डिवाइस पार्क में विभिन्न बीमारियों के उपचार में काम आने वाले मेडिकल डिवाइस व उपकरण बनाने की कई कंपनियां आएंगी व सैंकड़ों इकाइयां लगेगी। साथ ही, स्थानीय स्तर पर मेडिकल डिवाइस बनाने वाले उद्यमियों को अपने उद्यम के विस्तार का मौका मिलेगा।
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सरकार ने इन राज्यों को दिया न्यौता

वर्ष 2015 में केन्द्र सरकार ने देश में चार कॉमन फैसिलिटी सेन्टर, फ ार्मा व मेडिकल डिवाइस पार्क के स्थापना की योजना बनाई। सरकार ने गुजरात, राजस्थान, आन्ध्रप्रदेश व महाराष्ट्र को अपने राज्य में मेडिकल डिवाइस पार्क को लगाने का न्यौता दिया। बाद में तेलंगाना, कर्नाटक व तमिलनाडु ने भी इस तरह के सीएफसी की योजना केन्द्र सरकार को भेजी।

ये सुविधाएं होगी कॉमन फैसिलिटी सेंटर में

मेडिकल डिवाइस पार्क में कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) बनेगा। यहां स्टरलाइज्ड प्रोडक्ट की जांच के लिए उच्च गुणवत्ता वाली लेब होगी।

– इथीलीन ऑक्साइड (इटीओ ) गैस से स्टरलाजेशन की सुविधा ।
– स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं व जटिल बीमारियों के रिसर्च के लिए अत्याधुनिक रिसर्च सेंटर की सुविधा ।

– सीएफसी में ऐसे प्रोजेक्ट स्थापित किया जाएंगे, जिसमें नए उत्पादों की लागत मूल्य में 40-50 प्रतिशत कमी आएगी।
– कोरोना या अन्य किसी भी वायरस से हैल्थ वर्कर, शल्य चिकित्सक को एरोसोल अर्थात बैक्टीरीया से बचाने के लिए नए उपकरण बनाने की इकाई लग सकेगी।

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जोधपुर में मेडिकल डिवाइस पार्क लगने से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। यहां के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा
संजय झा, वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक

रीको जोधपुर

मेडिकल डिवाइस पार्क से मेडिकल क्षेत्र से जुड़े शोध कार्यो में गति आएगी। आइआइटी व एम्स के साथ मिलकर मेडिकल फील्ड में शोध होंगे। यहां के स्थानीय मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा ।
एनके जैन, उद्यमी व चीफ कॉर्डिनेटर

मेडिकल डिवाइस पार्क

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