ग्राम पंचायत नहीं अब तिंवरी चाहे नगरपालिका

तिेवरी (जोधपुर) तिंवरी को नगरपालिका बनाने की कवायद तेज हो गई है। कस्बावासी लम्बे समय से तिंवरी को नगरपालिका बनाने की मांग कर रहे हैं। नगरपालिका बनने पर यहां विकास को पंख लग जाएंगे।

<p>ग्राम पंचायत नहीं अब तिंवरी चाहे नगरपालिका</p>
भीमराज खत्री.
तिेवरी (जोधपुर) . तिंवरी को नगरपालिका बनाने की कवायद तेज हो गई है। कस्बावासी लम्बे समय से तिंवरी को नगरपालिका बनाने की मांग कर रहे हैं। नगरपालिका बनने पर यहां विकास को पंख लग जाएंगे। लोगों की सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी और समस्याओं का निदान होगा। उपखंड अधिकारी के आपत्तियां मांगने से कस्बे के नगरपालिका बनने का मार्ग प्रशस्त होता नजर आ रहा है।
विकास के लिहाज से जरूरी
जानकारों की माने तो तिंवरी कस्बे के उत्तरोतर विकास के लिहाज से नगरपालिका का होना जरूरी माना जा रहा है। कस्बे में ग्राम पंचायत मुख्यालय होने से अपेक्षित विकास नहीं हो रहा। ग्राम पंचायत की क्षमताओं का विकास यहां हो चुका है। अब नगरपालिका बनने से ही और विकास संभव है।
नगरपालिका बनने से ये होंगे लाभ
तिंवरी आबादी क्षेत्र में सीवरेज लाइन की सख्त जरूरत है। सीवरेज लाइन का निर्माण का कार्य नगरपालिका बनने से ही संभव है। इसके बाद कस्बे की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ होगी। कस्बे के विकास के लिए अधिक बजट मिलेगा। जिससे विभिन्न कार्य आसानी से हो सकेंगे।
आवारा पशुओं पर नियंत्रण पाया जाना आसान होगा। इससे बुजुर्गों और बच्चों को आने-जाने में सुविधा रहेगी। प्रशासन मजबूत होगा जिससे कस्बे में बेशकीमती आबादी भूमि पर हो रहे अतिक्रमणों पर लगाम लगेगी। प्रशासन की कमान इओ संभालेंगे ऐसे में भाई-भतीजा वाद समाप्त हो जाएगा। नए रोजगारों का सृजन होगा। कस्बे में यातायात पुलिस कर्मी लगने से वाहनों को आवागमन में परेशानी नहीं होगी।
वर्तमान में कस्बे की आबादी भूमि को छोडकऱ शेष ओरण, गोचर, पड़त आदि जमीन पर जेडीए का अधिकार है। नगरपालिका बनने से यह सारी भूमि नगरपालिका के अधीन कराने में आसानी रहेगी। कस्बे में ग्राम पंचायत की करीबन सवा सौ दुकाने हैं। जिसका किराया प्रतिवर्ष 20 प्रतिशत बढ़ता है। नगरपालिका बनने से इन दुकानों का किराया मात्र 5 प्रतिशत ही बढ़ेगा। जिससे दुकानदारों का राहत मिलेगी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भी चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होगा। जिससे लोगों को बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध हो सकेगी। नगरपालिका बनने से कस्बे में सामुदायिक भवन का निर्माण भी हो सकेगा। जिससे विवाह, समारोह इत्यादि में लोगों को कम किराया चुकाना पड़ेगा। चूंकि तिंवरी में रीको एरिया शीघ्र ही विकसित हो रहा है। ऐसे में नगरपालिका बनने से वहां भी कई प्रकार सुविधाएं मुहैया हो सकेगी। नगरपालिका बनने से उच्च शिक्षण संस्थान खुलने में भी सुविधा रहेगी।
पांच हजार सहमति पत्र सौंपने की तैयारी
तिंवरी को नगरपालिका बनाने को लेकर युवाओं ने एकजुट होकर एक मुहिम चलाई है। जिसके तहत युवा घर-घर पहुंचकर प्रत्येक परिवार से नगरपालिका बनाने के पक्ष का एक सहमति पत्र जुटा रहे हैं। जिसमें पूरे परिवार के सदस्यों के हस्ताक्षर करवाए जा रहे हैं। परिवार के मुखिया का हस्ताक्षर मय मोबाइल नम्बर के आईडी भी इस सहमत्ति पत्र के साथ लगाया जा रहा है। इस तरह एकत्रित किए गए 5 हजार सहमति पत्रों को तिंवरी को नगरपालिका बनाने के पक्ष में उपखंड अधिकारी को सौंपा जाएगा।
इनका कहना है
तिंवरी ग्राम पंचायत को नगरपालिका बनाने को लेकर आपत्तियां मांगी गई है। इसके बाद प्रस्ताव बनाकर आगे भेजा जाएगा।

-रतनलाल रैगर, उपखंड अधिकारी, ओसियां।

ओसियां उपखंड अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। वहां से रिपोर्ट आते ही आगे की कार्रवाई के लिए राज्य सरकार को दस्तावेज भेज दिए जाएंगे।
-अंजुम ताहिर समा, अपर जिला कलक्टर, जोधपुर
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