मोबाइल लोकेशन से होगा खुलासा
एसीबी ने गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाई। जिसमें तीनों जने ३ अप्रेल को जोधपुर में एक ही थे। उसी दिन किशनाराम को बीस लाख रुपए दिए गए थे। एसीबी निवर्तमान जिला प्रमुख की कॉल डिटेल की जांच भी कर रही है। जिसमें उनकी लोकेशन अजमेर होने का पता लगा है। हालांकि एसीबी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पूनाराम के सामने आने व मोबाइल की जांच में और खुलासे हो सकते हैं।
एसीबी ने गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाई। जिसमें तीनों जने ३ अप्रेल को जोधपुर में एक ही थे। उसी दिन किशनाराम को बीस लाख रुपए दिए गए थे। एसीबी निवर्तमान जिला प्रमुख की कॉल डिटेल की जांच भी कर रही है। जिसमें उनकी लोकेशन अजमेर होने का पता लगा है। हालांकि एसीबी ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पूनाराम के सामने आने व मोबाइल की जांच में और खुलासे हो सकते हैं।
७० प्रतिशत अंक के लिए चैट
प्राचार्य जोगाराम, स्कूल संचालक ठाकराराम व शिक्षक किशनाराम के मोबाइल और व्हॉट्सएेप चैट में कई राज सामने आए हैं। हरीश को अच्छे अंक दिलाने के लिए चाचा ठाकराराम की प्राचार्य जोगाराम और जोगाराम की शिक्षक किशनाराम से चैट हो रही थी। इसके लिए किशनाराम ने निवर्तमान जिला प्रमुख से चैट की थी। पूनाराम से जवाब मिलने के बाद चैट से ही अन्य दोनों को जवाब दिए गए थे। किशनाराम ने कोड वर्ड में प्राचार्य को २० लिखकर भेजे थे।
प्राचार्य जोगाराम, स्कूल संचालक ठाकराराम व शिक्षक किशनाराम के मोबाइल और व्हॉट्सएेप चैट में कई राज सामने आए हैं। हरीश को अच्छे अंक दिलाने के लिए चाचा ठाकराराम की प्राचार्य जोगाराम और जोगाराम की शिक्षक किशनाराम से चैट हो रही थी। इसके लिए किशनाराम ने निवर्तमान जिला प्रमुख से चैट की थी। पूनाराम से जवाब मिलने के बाद चैट से ही अन्य दोनों को जवाब दिए गए थे। किशनाराम ने कोड वर्ड में प्राचार्य को २० लिखकर भेजे थे।