प्रदेश में 12 हजार लोग सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए भूमि देने को तैयार

– राज्य सरकार की नई नीति में 30 हजार मेगावाट के संयंत्र स्थापित करने का प्रावधान- डिस्कॉम जीएसएस के समीप बंजर भूमि के लिए प्रदेश के लोगो ने दिखाया उत्साह
 

<p>प्रदेश में 12 हजार लोग सौर ऊर्जा संयंत्र के लिए भूमि देने को तैयार</p>
अविनाश केवलिया
जोधपुर. प्रदेश में ग्रीन एनर्जी का टारगेट पूरा करने के लिए आम जनता भी जबरदस्त उत्साह दिखा रही है। वर्ष 2024-25 तक 30 हजार मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लक्ष्य की ओर प्रदेश तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए प्रदेश में रिकॉर्ड 12 हजार से अधिक लोगों ने अपनी भूमि पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की सहमति प्रदान की है। इन प्रस्तावों पर अक्षय ऊर्जा निगम टैंडर प्रक्रिया निकाल कर काम करने में जुट गया है।
प्रदेश में 33/11 केवी सबस्टेशन की रेंज में 5 किलोमीटर तक की दूरी पर यदि कोई बंजर जमीन पड़ी है तो उस पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की योजना राज्य सरकार लेकर आई थी। इस योजना के तहत 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक का सोलर प्लांट जमीन पर लगाया जाता है। उस जमीन पर बनने वाली बिजली की खरीद संबंधित डिस्कॉम 3.14 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से अगले 25 वर्ष तक करेगा।
12 हजार प्रस्ताव

प्रदेश में बंजर जमीन पर सोलर प्लांट के लिए 12 हजार 853 प्रस्ताव मिले हैं। यदि इनमें से आधे प्रस्ताव भी स्वीकृत होते हैं तो करीब 6 हजार मेगावाट से अधिक क्षमता के सोलर प्लांट लगाए जा सकते हैं।
यह है अगले पांच साल का टारगेट

ग्रिड कनेक्टेड सौर ऊर्जा संयंत्र या सोलर पार्क – 24 हजार मेगावाट

विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा संयंत्रों से उत्पादन – 4 हजार मेगावाट

सोलर रूफ टॉप – 1 हजार मेगावाट
सोलर पम्प – 1 हजार मेगावाट
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