मिट्टी में दबे शिलालेख में छिपा है रहस्य

नवलगढ़. उपखण्ड मुख्यालय से करीब तीन किमी दूर गांव नवलड़ी की बसावट करीब 600 वर्ष पुरानी है। गांव के नामकरण को लेकर कोई पुख्ता प्रमाण नहीं होने के कारण इसको लेकर कई किदवंती प्रचलित है। गांव के 81 वर्षीय बुजुर्ग दानाराम जांगिड़, 63 वर्षीय श्रीचन्द रणवा, रूघवीर, किशन लाल, विजेन्द्र, महबूब आदि के अनुसार गांव में स्थित मजार पर मुस्लिम के साथ-साथ हिन्दू समाज के लोग भी धोक लगाने के लिए जाते हैं।

<p>मिट्टी में दबे शिलालेख में छिपा है रहस्य</p>
आओ गांव चले में नवलड़ी गांव
नवलगढ़. उपखण्ड मुख्यालय से करीब तीन किमी दूर गांव नवलड़ी की बसावट करीब 600 वर्ष पुरानी है। गांव के नामकरण को लेकर कोई पुख्ता प्रमाण नहीं होने के कारण इसको लेकर कई किदवंती प्रचलित है। गांव के 81 वर्षीय बुजुर्ग दानाराम जांगिड़, 63 वर्षीय श्रीचन्द रणवा, रूघवीर, किशन लाल, विजेन्द्र, महबूब आदि के अनुसार गांव में स्थित मजार पर मुस्लिम के साथ-साथ हिन्दू समाज के लोग भी धोक लगाने के लिए जाते हैं। गांव से कोई भी विदेश कमाने के लिए जाता है तो इस मजार पर मत्था जरुर टेकते हैं। गांव की आबादी करीब आठ हजार है।
गोगाजी का मेला है प्रसिद्ध


ग्रामीणों के अनुसार गांव में गोगाजी महाराज का मंदिर है। गोगामेड़ी में गोगानवमी के दिन हर वर्ष बड़ा मेला भरता है। मेले में गांव सहित आस-पास के गांवों व ढाणियों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसके अलावा गांव में गांव की बसावटके साथ ही ठाकुरजी का मंदिर भी बना हुआ है। जो काफी वर्षों पुराना है। गांव के बस स्टेण्ड के पास एक ऐतिहासिक कुआ ं भी बना हुआ है। कुएं के पास ही एक पुराना शिलालेख भी जमीन में गड़ा हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार इस शिलालेख का रहस्य पता लगाने के लिए कई वर्षों पूर्व जमीन की खुदाई की गई थी। शिलालेख को बाहर निकालने का प्रयास किया गया था। लेकिन कई फीट खुदाई के बाद भी यह बाहर नहीं निकाला जा सका। इस शिलालेख पर कुछ उकेरा हुआ भी है।
ये हैं गांव की शख्सियत


शहीद ताराचन्द दूत गांव नवलड़ी के रहने वाले हैं। गांव में उनका स्मारक बना हुआ है। यह हर किसी को देशभक्ति की प्रेरणा का संदेश देता है। इसके अलावा गांव के ही घीसाराम रणवा व कालूराम जाट आजाद हिन्द फौज में नौकरी कर चुके हैं। वहीं गांव के मदन लाल मीणा रेलवे में इंजीनियर, डॉ. प्रमोद नारनोलिया, डॉ. ललित मीणा चिकित्सक तथा हरिराम मीणा इनकम टेक्स में इंस्पेक्टर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। डॉ.फूलाराम रणवा पशु चिकित्सक के पद से सेवानिवृत्त हैं।

उपस्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नति का इंतजार


गांव में बने राजकीय उप स्वास्थ्य केन्द्र को क्रमोन्नति का इंतजार है। ग्रामीणों ने बताया कि उपस्वास्थ्य केन्द्र को कईवर्ष बीतने के बाद भी क्रमोन्नत नहीं किया गया है। ऐसे में रोगियों को चिकित्सकीय सुविधाओं का पूरी तरह से लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा गांव के कईमोहल्लों में नालियों का भी अभाव है।गंदे व बरसाती पानी की निकासी की समस्या बनी हुई है। (कल पढ़े गांव सोटवारा)
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