लेडी टीचर ने फेसबुक पर पोस्ट किया सुसाइड नोट, फिर रानी झांसी के किले में जाकर की आत्महत्या, बताई ये वजह

लेडी टीचर ने फेसबुक पर पोस्ट किया सुसाइड नोट, फिर रानी झांसी के किले में जाकर की आत्महत्या, बताई ये वजह

<p>लेडी टीचर ने फेसबुक पर पोस्ट किया सुसाइड नोट, फिर रानी झांसी के किले में जाकर की आत्महत्या, बताई ये वजह</p>
झांसी। नगर के सीपरी बाजार क्षेत्र की रहने वाली 30 वर्षीय एक टीचर ने पहले फेसबुक पर सुसाइड नोट पोस्ट किया और फिर रानी झांसी के ऐतिहासिक किले में पहुंचकर आत्महत्या कर ली। वहां पर करीब चार दिन तक शव पड़ा रहने के कारण फैलऩे वाली बदबू से इसकी जानकारी हो सकी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
घर से चार दिन से थी गायब
नगर के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के चमनगंज की रहने वाली 30 वर्षीय स्वाती पाठक बड़ागांव के दुनारा में आश्रम पद्घति विद्यालय में टीचर थी। चार नवंबर को वह घर से शॉपिंग करने की बात कहकर निकली थी और उसके बाद वह लौटकर नहीं आई। देर रात घर न लौटने पर परिजनों ने खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चल सका। परिजनों ने इसकी शिकायत सीपरी बाजार पुलिस से की। वहां पुलिस ने देर रात गुमशुदगी दर्ज कर ली थी। उसके बाद किेले में एक युवती की लाश मिलने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची, तो उस शव की शिनाख्त स्वाती के रूप में हुई। स्वाती के शव के पास सुसाइड नोट, जहर का पाउच व पर्स मिला, जिसमें चार सौ रुपये भी मिले। सुसाइड नोट में मां की मौत के बाद सदमे में आकर आत्महत्या करना बताया गया है। एसपी सिटी देवेश पांडेय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का पता चलेगा। मामले की जांच भी की जा रही है।
नहीं मिला मोबाइल
चार नवंबर को घर से निकलने वाली स्वाती की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी थी। पांच नवंबर की सुबह मोबाइल भी सर्वलांस पर लगवा दिया था। वहां उसकी लोकेशन मिनर्वा क्षेत्र में मिल रही थी। परिजनों ने मिनर्वा पहुंचकर आसपास के इलाकों में खोजा भी था। इसी बीच उसका शव मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को मोबाइल नहीं मिला। अनुमान लगाया जा रहा है कि मोबाइल को स्विच आफ करके फेंक दिया गया होगा।
ये लिखा है सुसाइड नोट में
स्वाती ने एसएसपी के नाम अपना सुसाइड नोट लिखा है। इसमें कहा गया है कि मेरे बाद मेरे परिवार या किसी रिश्तेदार को परेशान न किया जाए। उसे परिवार में बहुत प्यार मिला है, कभी कोई कमी नहीं रही। परंतु, 31 अक्टूबर को मेरी मां की पुण्यतिथि थी उनको गए एक वर्ष पूरा हो गया। मैं उनके लिए बहुत रोई और बहुत तड़पी, लेकिन वह नहीं आईं। उनके बिना कोई त्योहार, उत्सव नहीं लगता, इसीलिए मैंने इस दुनिया से जाने का फैसला कर लिया है। आपसे हाथ जोड़कर निवेदन है कि मेरे बाद मेरे भइया, भाभी, बहन को या किसी भी रिश्तेदार भी को परेशान न किया जाए। मेरी भाभी ने मुझे मां से बढ़कर प्यार दिया। सुबह टिफिन दिया, कभी भूखा नहीं निकलने दिया। भाई ने हमेशा गिफ्ट दिए, प्यार किया। ऐसे भइया भाभी सभी को मिलें, पर मैं अब उन पर बोझ नहीं बनना चाहती हूं। जैसे-जैसे दिवाली आ रही है, मुझे मेरी मां की याद आ रही है, उनके बिना जीना असंभव है।
मरने से पहले फेसबुक पर डाला सुसाइड नोट
स्वाती ने चार नवंबर को घर से निकलने से पहले फेसबुक पर सुसाइड नोट भी अपलोड किया। इसे देखकर उसके कई दोस्त घबरा गए। किसी ने कारण पूछा तो किसी ने रोका। कुछ ने कॉल भी किया, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद किले पहुंचकर उसने आत्महत्या कर ली।
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