ये है मामला गौरतलब है कि नवाबाद थाना क्षेत्र के कानपुर चुंगी से शिवाजी नगर तिराहा मार्ग सड़क किनारे हनुमान बना है। यहां पर मन्दिर में रखी प्रतिमा की सुरक्षा व भक्तों को भजन कीर्तन के लिए बैठने के लिए यहां बाउंड्रीवाल का निर्माण करा दिया गया था। इसे नगर निगम ने अतिक्रमण माना और अपर नगर आयुक्त के नेतृत्व में नगर निगम की टीम वहां पहुंची और मन्दिर की दीवार को गिराकर निर्माणधीन कमरे व फर्श आदि की तोडफ़ोड़ कर दी। इसकी जानकारी मिलने पर विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और तोड़ फोड़ का विरोध करने लगे। विरोध के दौरान विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारियों की अपर नगर आयुक्त से तू-तू मैं-मैं हो गई। सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी नगर व नवाबाद थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। चूंकि उस समय हिन्दू संगठनों के लोग अधिक थे, इसलिए अपर नगर आयुक्त व नगर निगम की टीम वहां से चली गई। उधर हिन्दू संगठन के लोग मन्दिर के बाहर अनशन पर बैठ गये और मन्दिर निर्माण की मांग करने लगे।
सफाईकर्मियों ने बोला हल्ला उधर, कुछ ही देर में अपर नगर आयुक्त व नगर निगम के अधिकारियों के साथ हाथों में लाठी-डण्डे लेकर सैंकड़ों सफाई कर्मचारी वहां पहुंच गए और धरने पर बैठे निहत्थे कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों पर लाठियां भांजना शुरू कर दीं। इस पर वहां मची भगदड़ के बीच लाठियों के साथ पथराव होने लगा और रास्ते में खड़े चार पहिया वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस दौरान विहिप के नेता पंकज गुप्ता व राहगीर सलीम घायल हो गया। उन्हें पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। में भर्ती करा दिया और मामले की गम्भीरता को देखते हुए मन्दिर के आस-पास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इस घटना के विरोध में प्रदर्शनकारी मण्डलायुक्त कार्यालय पर धरने पर बैठ गए और आरोपी अपर नगर आयुक्त आदि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर निलम्बित करने की मांग करने लगे। इसकी जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री रवीन्द्र शुक्ला, भाजपा के जिलाध्यक्ष जमुना कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं का समूह भी पहुंच गया। इस दौरान मण्डलायुक्त ने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वस्त किया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने पूरे मामले की जांच हेतु तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी। इस कमेटी में अपर पुलिस अधीक्षक देहात, सचिव जेडीए, भाजपा के महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी को रखा गया है। उन्होंने बताया कि यह कमेटी एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने बताया कि जांच में घटना स्थल के वीडियो भी शामिल किए जाएंगे।