जननी भी कोरोना संक्रमण के शिकंजे में, दो छोड़ गई दुनिया

– लगातार संक्रमण की चपेट में आ रही है गर्भवती माताएं. जिले में अभी तक 235 हो चुकी है पॉजिटिव

<p>जननी भी कोरोना संक्रमण के शिकंजे में, दो छोड़ गई दुनिया</p>
हरि सिंह गुर्जर
झालावाड़.कोरोनासंक्रमण ने जननियों को भी शिकंजे में खूब जकड़ा है। गत वर्ष गिनती की गर्भवती महिलाएं संक्रमण की चपेट में आकर जनाना हॉस्पिटल में प्रसव करवाने पहुंची तो इस वर्ष अभी तक 30 से अधिक गर्भवतियां पॉजिटिव हो चुकी है।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अप्रेल माह जननी पर कितना भारी रहा है। खास बात ये भी है कि हाल ही में दो गर्भवती कोरोना से काल का ग्रास बन चुकी है। गत वर्ष से अभी तक की बात करें तो जिले में 9 मई तक 236 गर्भवती महिलाएं पॉजिटिव हो चुकी है।
पैदा होते ही संक्रमण की चपेट में
-कोरोना ने जन्म लेते ही यानी आंख खोलने से पहले ही अभी तक करीब दस बच्चों को संक्रमित कर दिया है।
-संक्रमण के कारण जिले में दो जवान गर्भवती महिलाओं की मौत हो चुकी है। जिनमें हाल ही में एक पिड़ावा कस्बे की व एक एमपी के गांव की है। दोनों महिलाओं की उम्र 30 वर्ष बताई गई है।
-जो माताएं पॉजिटिव आती है उनके बच्चे के संपर्क में रहने पर संक्रमित हो जाते हैंए ऐसे में जांच कराने पर कई बच्चे भी पॉजिटिव निकल रहे हैं।

फैक्ट फाइल-
-जनाना चिकित्सालय में 30-35 प्रसव प्रतिदिन होते हैं
-10 मई तक जनाना चिकित्सालय में भर्ती प्रसूताओं में से 22 कोरोना पॉजिटिव हैए जिनमें से 2 आईसीयू में है एक की सिजेरियन डिलेवरी होने से ऑक्सीजन पर है।
गर्भवती महिलाएं ऐसे रखे सावधानी:
.बाहर से आने वाली किसी वस्तु को नहीं छुएंए छुने के बाद 20 सैंकड तक अच्छे से साबुन से हाथ धोएं
.खांसते व छींकते समय टिशू का इस्तेमाल करें और उसे तुरंत डस्टबिन में डालें।
.बार.बार मुहंए नाक व आंखों को नहीं छुएं
.घर में व बाहर भी दो गज की दूरी बनाए रखेंए नौकरीपेशा जहां तक हो वर्क फ्राम होम करें।
.भीड़.भाड़ वाली जगह पर नहीं जाएं
. जहां तक संभव हो यात्रा से बचेंएयात्रा करना जरूरी हो तो निजी साधन से ही यात्रा करें।
ये कहना है डॉक्टर्स
1.गर्भवती महिलाएं घर पर ही रहें जब तक की बहुत जरूरी नहीं होए छोटी.छोटी परेशानी के लिए डॉक्टर से फोन पर ही परामर्श ले अस्पताल में नहीं जाएं। घर पर आने वाले लोगों को रोकेंए जैसे की घर पर काम वाली बायए सफाई वाले व अन्य लोगो को। गर्भवती महिलाएं खूब पानी पिएंए संतुलित और पौष्टिक आहार लेंए सोच हमेशा सकारात्मक रखेंए संक्रमित होने भी घबराएं नहीं। सभी का अच्छे से इलाज हो रहा है।
डॉ. मधुरिमा वर्मा, गायनोलॉजिस्ट, जनाना चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज झालावाड़।

2. गर्भवती महिलाएं पहले कोरोना गाइड लाइन का पूरा पालन करेंए तो संक्रमित होने का खतरा बहुत कम हो जाता है। प्रेग्नेंट महिलाओं के संक्रमण जल्दी केच करने का डर रहता है। गर्भवती महिलाएं सीट्रेट फुड ज्यादा लें। अगर पॉजिटिव हो भी जाती है तो घबराएं नहींए मानसिक मजबूती बनाए रखें।चिकित्सक से सलाह लेंए असिमटौमैटिक होने पर घर ही आइसोलेट रहकर चिकित्सक के बताए अनुसार दवाई लें। पल्स ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहें। बुखार आने पर दिखाएं। स्वयं के बर्तनए बिस्तर आदि अलग रखें।
गुलशन बानो गायनोलॉजिस्टए असिस्टेंट प्रोफेसर, मेडिकल कॉलेज,झालावाड़।

3ण्गर्भवती माताओं में कॉम्प्लीकेशन ज्यादा होते हैंएअन्य बीमारियों के साथ ही कोविड का भी ऐसा ही है। गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा दवाई नहीं दे सकते हैं। ऐसे में बहुत ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है। घर में कोई बीमार है तो उससे दूर रहेंए रेमडिसिवर सहित अन्य दवाइयां नहीं दे सकते हैंए लेकिन हाई रिस्क मरीज को कई बार देनी पड़ती है। हाई डोज का बच्चे पर भी असर होता है, ये भी देखा जाता है।
डॉ.टीना नागर, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज झालावाड़।
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