दूर तक दौड़ती है दमकलें-
आग लगने पर झालावाड़ के अलावा नगर परिषद की दमकलें को जिला मुख्यालय व निकटवर्ती गांवों सहित आस.पास के अलावाए मनोहरथानाए डगए चौहमेलाए गंगधारए अकलेरा सहित जिले के कई दूरदराज के क्षेत्रों में भी जाना पड़ता है।
एक दिन में 5-6 घटना-
मार्च माह में ही पारा 41 डिग्री पर पहुंचने से गर्मी के कारण आग लगने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। एक दिन में 5 से 6 आग लगने की घटनाएं हो रही है।। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में आग लगने की सूचना मिलने पर लम्बी दूरी के चलते वहां पहुंंचते.पहुंचते आग बेकाबू हो जाती है। ऐसे में किसानों के खेतों में खड़ी व कटी फसलें जलकर खाक हो रही है।
यहां दमकल की दरकार-
झालरापाटन व भवानीमंडीए अकलेरा पंचायत समितियों में दमकले हैं। लेकिन छोटी व आए दिन खराब रहने से जिला मुख्यालय से मंगवानी पड़ती है।बाकी की पंचायत समितियों में भी दकमलों के अभाव में आसपास के क्षेत्रोंं में जिला मुख्यालय से दमकलें मंगवानी पड़ती है। बाकी खानपुरए डगए बकानीए मनोहरथाना पंचायत समितियों में दकमलों की खासी जरूरत है।
छोटी दमकलों से होती है आसानी-
जानकारों ने बताया कि जिन तहसील मुख्यालयों व उपखंड स्तर पर दमकलें नहीं हैए वहां छोटी दमकलें खरीदकर भी काम चलाया जा सकता है। इनसे गली मोहल्लों में भी आसानी से पहुंचाकर आग पर शीघ्र काबू पाया जा सकता है।
प्रशिक्षित से सामान्य काम-
नगर परिषद में प्रशिक्षित फायरकर्मियों में से 8.9 कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर लगा रखे जिससे घटना के वक्त काम प्रभावित हो रहा है। मंगलवार को नौलखा किले में आग लगने पर कर्मचारियों की कमी से खासी मश्क्कत करनी पड़ी है। वहीं दमकल के लिए ड्राईवर की कमी होने से प्रशिक्षित ड्राईवर के अभाव में परेशानी उठानी पड़ती है।
नगर परिषद में लगे हुए है कर्मचारी-
फायर शाखा के कर्मचारी नगर परिषद में लगे हुए है, तो आयुक्त से बोलकर फायर शाखा में लगवाते हैं। सही है आग लगने की घटनाएं तो रोज हो रही है।
हरिमोहन मीणा, जिला कलक्टर, झालावाड़।
फायर शाखा के कर्मचारी नगर परिषद में लगे हुए है, तो आयुक्त से बोलकर फायर शाखा में लगवाते हैं। सही है आग लगने की घटनाएं तो रोज हो रही है।
हरिमोहन मीणा, जिला कलक्टर, झालावाड़।