आसमान छू रहे पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के भाव, जनता की जेब पर पड़ रहा असर

पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस की आसमान छूती हुई कीमतों से जनता की जेब पर असर पड़ा है। छह दिनों में पेट्रोल 7 रुपए तक बढ़ गया है। गुरुवार को एक दिन में दो बार दाम बढ़ा है।

<p>Increased prices of petrol, diesel and cooking gas</p>

झाबुआ. रविवार को पावर पेट्रोल 101 रुपए के पार हो चुका है। नॉर्मल पेट्रोल लगभग 98 रुपए में मिल रहा है। गैस के दाम 760 रुपए हो गए हैं। पेट्रोल डीजल के बढ़ते भाव बढ़ती महंगाई की तरफ इशारा कर रहे हैं। हर चीज के भाव आसमान छू रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल में देश की अर्थव्यवस्था को बट्टा लगा है। लोगों की क्रय क्षमता में भी कमी आई है। लोग हर जगह पैसा बचा रहे हैं, लेकिन पेट्रोल जैसी अति आवश्यक चीज पर सरकार के रवैया से जनता नाराज हंै। विक्रम सिंह , प्रदीप परिहार , वरुण डामोर ने कहा कि पेट्रोल डीजल के भाव लगातार बढ़ रहे हैं, जबकि कम होना चाहिए। सरकार पेट्रोल पर सब्सिडी तय करें, जिससे जनता को राहत मिल सके।
जनता को राहत की सख्त जरूरत
कांग्रेस पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्र की भाजपा सरकार पर पेट्रोल-डीजल के नाम पर जनता के जेब में डाका डालने का आरोप लगाया है। प्रवक्ता साबिर फिटवेल ने बताया कि पिछले 6 दिनों में पेट्रोल डीजल के भाव 7 रुपए बढ़ गए। लॉकडाउन के बाद जब जनता को राहत की सख्त जरूरत थी।
केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल 22 एवं डीजल 25 प्रतिशत महंगा करके जनता की जेब पर सीधा डाका डालने का काम किया है। कोरोना के बाद केंद्र सरकार पेट्रोल पर 38.50 और डीजल पर 27 प्रतिशत टैक्स में बढ़ोतरी कर अपना जेब भर रही है। पेट्रोल डीजल के दाम पर चिंता व्यक्त करते यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने बताया यूपीए सरकार में 5 पैसे 10 पैसे की मामूली बढ़ोतरी होने पर भारतीय जनता पार्टी सड़क पर प्रदर्शन करने उतरती थी, उनके नेता साइकिल और बैल गाडिय़ों पर चलकर जनता के बीच सड़कों पर आंदोलन करते थे, लेकिन आज डीजल पेट्रोल जब शतक लगाने लगा है, रसोई गैस के दाम से देश प्रदेश की जनता त्रस्त हो गई है।
डीजल-पेट्रोल एवं रसोई गैस के दामों में अनावश्यक एवं गैर जरूरी बढ़ोतरी कर केंद्र सरकार ने 17 लाख करोड़ की कमाई की है, इसके बाद भी सरकार का खजाना खाली है। बजट में भी 1 लाख 36 हजार करोड़ सरकार की संपत्तियां बेचकर खजाना भरने की कार्य योजना को अंजाम दिया जा रहा है। डीजल -पेट्रोल के नाम से 17 लाख करोड़ रुपए किसको जा रहा है ,जीएसटी से वसूला हुआ, पैसा किस की झोली में जा रहा है, देश की जनता केंद्र सरकार की कथनी करनी का अंतर समझ चुकी है । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे देश और प्रदेश में महंगाई को लेकर पुरजोर तरीके से आंदोलन शीघ्र ही करेगी। भा जपा पूर्व जिला अध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार ने बताया कि पेट्रोल- डीजल के भाव तो वर्षों से बढ़ रहे हैं। रोज उतार-चढ़ाव आता है, इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। सब कुछ सामान्य है। पेट्रोल आम आदमी की पहुंच से दूर नहीं हुआ। कांग्रेस भ्रम फैला रही है।

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