जानलेवा नशे की चपेट में युवा
द रअसल जिले भर में लगभग 500 से अधिक युवा जानलेवा नशे की चपेट में है, इसमें से 80 प्रतिशत युवा टीनएजर्स हैं। पिछले कुछ सालों में लगभग एक दर्जन से ज्यादा युवा नशे के कारण जान गवा चुके हैं। पुलिस इतनी मौत के बावजूद ड्रग डीलरों पर लगाम नहीं कस पाई । इस कारण इन युवाओं को बड़ी आसानी से नाइट्रावेट टेन , ब्राउन शुगर , एमडी , एलएसडी जैसे नशीले पदार्थ उपलब्ध हो रहे हैं। ये लोग सुने स्थानों पर , खंडहरों में , जंगलों में या सूने घर में नशा कर रहे हैं। कई घरों के चिराग बुझाने वाले ड्रग पेडलर मोबाइल पर धड़ल्ले से अवैध करोबार कर रहे हैं, इनका नेटवर्क तेजी से बढ़ता जा रहा है। रतलाम, मंदसौर, इंदौर, उज्जैन से पेडलरों का सीधा कनेक्शन है। नशे के कारण युवाओं में आपराधिक प्रवृत्तियां भी बढ़ रही है। सुने घरों में चोरी के मामलों में भी नशेड़ीयों को पकड़ा जा चुका है।
एसपी नहीं निकले केबिन से तो एडिशनल एसपी को दिया ज्ञापन
दोपहर लगभग 12 बजे व्यापारी संगठन , शिवगंगा , विश्व हिंदू परिषद , रोटरी क्लब , आजाद साहित्य परिषद के सदस्य एसपी कार्यालय पहुंचे । एसपी से मिलने का आग्रह किया तो एसपी आशुतोष गुप्ता अपने केबिन से बाहर नहीं निकले । उन्होंने केबिन में ही 5 से 6 लोगों को बुलाया । नाराज लोगों ने एडिशनल एसपी आनंद सिंह वास्कले को ज्ञापन सौंपकर पेडलर और नशेडिय़ों सख्त कार्रवाई की मांग की।
रात्रि में विशेष दस्ता लगाने की मांग
व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरज राठौर , इतिहासकार केके त्रिवेदी , रतन सिंह डावर , राजेश मेहता , जितेंद्र पटेल , हेमेंद्र नाना राठौर , सुशील शर्मा , आदित्य वाजपेई , पंकज जैन , बिट्टू सिंगार , बबलू सकलेचा , मनोज अरोड़ा , राजाराम कटारा आदि नागरिक बुधवार दोपहर एसपी कार्यालय एसपी से मिलने पहुंचे। नशे के विरोध में सभी सामाजिक संगठनों ने एक स्वर में मांग की । सब्जी मार्केट गैस वितरण परिसर के आसपास सरकारी स्कूलों, कॉलेज ग्राउंड, हनुमान टेकरी के पीछे और सर्किट हाउस के पास रात्रि में विशेष दस्ता लगाने की मांग की। समाज एवं नगर का वातावरण को अभिशप्त करने वाले ड्रग डीलरों पर प्रशासन कड़ी कार्रवाई करे। ड्रग माफियाओं पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करे, जिससे कि नशाखोरी के कारोबार पर लगाम लग सके।