झकनावदा. भगोरिया हाट में मांदल की थाप पर ग्रामीण जमकर थिरके। आदिवासी पारंपरिक नृत्य से समा बांध दिया। लोक पर्व भगोरिया झकनावदा में पूरे जोर-शोर से उल्लास के साथ मनाया गया। भगोरिया हाट में बड़ी संख्या में हर वर्ग एवं आयु के लोग मांदल थाली में बांसुरी की मधुर ताल मिला करते हुए अपने गांव एवं फलिया से झकनावदा आते दिखे।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ईश्वर से प्रशासन द्वारा आम व्यक्तियों से बार-बार मास्क लगाने की अपील की गई। वहीं कोरोना के चलते किसी भी राजनीतिक पार्टी ने भगोरिया पर्व में हिस्सा नहीं लिया। अपने पर्व पर अपने ही नेताओं द्वारा बनाई गई दूरी पर कई युवा आदिवासी अपने नेताओं से नाराज नजर आए और आपस में राजनीतिक प्रोग्रामों में नेता सम्मिलित होते हैं पर अपने आदिवासी पर्व पर अपने ही नेता नदारद रहे। वहीं कई युवक-युवतियां अपनी पारंपरिक वेशभूषा में सज -संवरकर नृत्य करते वह झूले चकरी का लुफ्त
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते ईश्वर से प्रशासन द्वारा आम व्यक्तियों से बार-बार मास्क लगाने की अपील की गई। वहीं कोरोना के चलते किसी भी राजनीतिक पार्टी ने भगोरिया पर्व में हिस्सा नहीं लिया। अपने पर्व पर अपने ही नेताओं द्वारा बनाई गई दूरी पर कई युवा आदिवासी अपने नेताओं से नाराज नजर आए और आपस में राजनीतिक प्रोग्रामों में नेता सम्मिलित होते हैं पर अपने आदिवासी पर्व पर अपने ही नेता नदारद रहे। वहीं कई युवक-युवतियां अपनी पारंपरिक वेशभूषा में सज -संवरकर नृत्य करते वह झूले चकरी का लुफ्त