जौनपुर. कोमल मन में हीरोइन बनने का सपना लिए तीन किशोरियां फ़िल्म नगरी मुंबई के लिए निकल पड़ीं। घर से जो कुछ हाथ लगा सब समेट लिया। स्वजन को जब पता चला तो उन्होंने काफी तलाश के बाद पुलिस को ख़बर की। तीनों में से एक के पास मोबाइल फोन होने का कारण पुलिस ने उनको मायानगरी पहुंचने से पहले ही नोएडा से बरामद कर लिया। अब उन्हें जौनपुर लाया जा रहा है।
खुटहन थानांतर्गत एक गांव की तीन किशोरियां कक्षा आठ में एक साथ पढ़ती हैं। विद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा भी लेती हैं। फिल्में और धारावाहिक देख-देख इनके मन में भी रूपहले पर्दे पर छा जाने का ख्वाब सज गया। तीनों अक्सर इसी मुद्दे पर बात करतीं कि कैसे मायानगरी मुंबई पहुंचा जाय। कैसे फिल्मों और टीवी सीरियल में भाग्य आज़माएं। मन में उठती उमंगें ज़्यादा हिलोरे मारने लगीं तो तीनों ने एक खतरनाक कदम उठा लिया। ठीक से अपना भला-बुरा सोच पाने में असमर्थ किशोरियों ने बिना स्वजन को बताए मुंबई जाने का बड़ा फैसला कर लिया।
सुबह एक साथ स्कूल यूनिफार्म में घर से ये बता कर निकलीं कि पढ़ने जा रही हैं। इसके बाद स्कूल न जाकर जौनपुर बस अड्डे पर पहुंच गईं। यहां किसी की गलत सूचना पर दिल्ली की ओर जाने वाली बस में बैठ गईं। उधर बच्चियां स्कूल से घर नहीं पहुंचीं तो स्वजन परेशान हो गए। स्कूल जाने पर पता चला कि वो बंद चल रहा है। इतना सुनते ही सभी के हाथ पांव फूल गए। देर शाम पुलिस को इसकी सूचना दी गयी।
जानकारी एसपी राजकरन नय्यर तक पहुंचते ही उन्होंने एक छात्रा के पास मौजूद मोबाइल फोन की लोकेशन पता करवाई। मालूम हुआ कि फोन कानपुर की तरफ गतिशील है। इसके बाद पुलिस टीम स्वजन के साथ कानपुर की तरफ रवाना हो गई। कानपुर पहुंचते-पहुंचते उनकी लोकेशन नोएडा के पास हो गई। जौनपुर पुलिस ने नोएडा पहुंच कर किसी तरह तीनों को बरामद कर लिया। अब टीम वहां से रवाना हो चुकी है। वहीं, तीनों परिवार और गांव के लोग बेहतर पुलिसिंग के लिए एसपी का आभार जताते नज़र आए।
By Javed Ahmad