जेल से बाहर निकलते ही पूर्व सांसद ने कहा कि जनता का पैसा लूटने वाली संस्था का उन्होंने विरोध किया था। इस पर उस संस्था ने प्रशासन को गुमराह करके गलत मुकदमे फंसा दिया है। नामामि गंगे प्रोजेक्ट के काम में धांधली की जा रही है। इस बात पर उनके एक्सईएन ने 15 मई को पत्र लिख कर नाराज़गी भी जताई। इसी मामले में यहां की जनता और समाजसेवी पहले से उठाते रहे हैं।
ये हुआ था 10 मई को
बीते 10 मई को नमामि गंगे के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह व संतोष विक्रम सिंह के खिलाफ अपहरण और हत्या की धमकी देने का मुकदमा लाइन बाजार थाने में दर्ज कराया था. प्रोजेक्ट मैनेजर ने आरोप लगाया था कि धनजंय सिंह ने प्रोजेक्ट की साइट पर गिट्टी तथा बालू आपूर्ति का काम देने का दवाब डाला था। धमकी दी थी कि ऐसा न करने पर अपहरण कर उसकी हत्या कर दी जाएगी। तहरीर मिलते ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। उसी रात धनंजय सिंह को नगर के कालीकुत्ती स्थित आवास से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद 28 अगस्त को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
मल्हनी उपचुनाव पर पार्टी करेगी फैसला
मल्हनी उप विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर धनंजय सिंह ने साफ कहा कि पिछले चुनाव में वे वहां दूसरे नंबर पर थे। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ही तय करेंगे कि वहां कौन चुनाव लड़ेंगा। हालांकि गठबंधन के तहत ये सीट निषाद पार्टी को मिलती है या नहीं ये भी देखना होगा।
By Javed Ahmad